नई दिल्ली, एजेंसी। कोतवाली क्षेत्र में शनिवार रात छह बदमाशों ने हिस्ट्रीशीटर और मीट कारोबारी अनीसू पंडित पर गोलियां बरसा दीं। चार गोलियां लगने पर हिस्ट्रीशीटर स्कॉर्पियो में ही खून से लथपथ होकर गिर पड़ा। आधा किमी तक हमलावरों ने गाड़ी का पीछा किया, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी दौड़ा दी। देर रात तक उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी।
मोहल्ला बनीसराय निवासी अनीसू पंडित पुत्र हाजी शरीफ कोतवाली थाने का हिस्ट्रीशीटर है। जो हाजी शाहिद अखलाक की फैक्ट्री में मीट का कारोबार भी करता है। शनिवार रात करीब 10 बजे अनीसू अपने भाई वसीम, चचेरे भाई आफाक, इमरान, वसीम, इरफान के साथ बिरादरी की मीटिंग से स्कॉर्पियो गाड़ी से लौट रहा था।
पोदीवाड़ा के पास तीन बाइकों पर सवार छह नकाबपोश बदमाशों ने स्कॉर्पियो को रोकने की कोशिश की। एक हमलावर ने तमंचा मारकर स्कार्पियो की साइड का शीशा तोड़ दिया। जिसके बाद हमलावरों ने आगे की सीट पर बैठे अनीसू पर पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिसमें अनीसू के पेट, कोख, सीने और एक हाथ में गोली लगी। अनीसू को लोकप्रिय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
लोगों ने पुलिस को घेरा
सीओ कोतवाली रणविजय सिंह, एसओ कोतवाली विजय गुप्ता और लिसाड़ी गेट पुलिस अस्पताल पहुंची तो सैकड़ों लोगों ने अस्पताल के बाहर पुलिस को घेरकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ दिया।
परिवार के साथ कई लोगों से रंजिश
सीओ कोतवाली ने बताया कि अनीसू पर 21 केस दर्ज हैं। उसकी तहेरे भाई उमरदराज के अलावा कई लोगों से रंजिश चल रही है। जिसके चलते क ई हत्याएं हो चुकी हैं। दस दिन पहले ही उमरदराज ने अनीसू के खिलाफ पांच लाख की रंगदारी मांगने का केस दर्ज कराया था। अनीसू का कब्रिस्तान को लेकर भी उमरदराज पक्ष से विवाद था। अनीसू पर जानलेवा हमले में उमरदराज, मोबीन, मुकीम, असलम और दो अन्य युवकों के नाम सामने आए हैं।
पुलिस से भी हो चुकी भिड़त
एसओ कोतवाली ने बताया कि अनीसू कई बार पुलिस से भी भिड़ चुका है। रंगदारी के मामले में वह फरार चल रहा था। एक माह पहले भी पुलिस पर फायरिंग का आरोप लगा था।