सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में शिक्षा मित्रों ने फूंकी न्याय की अर्थी……..बहराइच :(अब्दुल अजीज) NOI :-पूर्वर्ती सरकार द्वारा शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक के रूप में किये गये समायोजन को देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट द्वारा अवैध ठहराते हुये निरस्त कर दिये जाने से गुस्साए शिक्षा मित्रों का धरना प्रदर्शन आज तीसरे दिन भी जारी रहा जिसके अंतर्गत आज शिक्षा मित्रों ने न्याय अर्थी निकाल कर डी एम तिराहे पर उसकी होली जलाई।उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष शिव श्याम मिश्रा के नेतृत्व में आज तीसरे दिन भी हजारों की संख्या में महिला पुरुष शिक्षा मित्रों ने स्थानीय डी एम तिराहे पर जाम लगाकर यातायात बाधित किया जबकि धरना स्थल पर अभी भी उनका धरना जारी है।कोर्ट के इस फैसले से जनपद के 2900 शिक्षा मित्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है।आंदोलन पर उतारू शिक्षा मित्रों की मांग है कि सरकार उनके साथ शासनुभूति का रास्ता अपनाते हुए उनके समायोजन के सन्दर्भ में कोई बीच का रास्ता निकाल कर उनकी रोजी रोटी को बहाल कराये
जबकि आंदोलित शिक्षा मित्रों का सहयोग करते हुये जिले के अधिकांश प्राथमिक शिक्षक भी उनके साथ आंदोलन में कूद पड़े है और इसी संदर्भ में आज जनपद के चितौरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय हड़हा पुरवा और बरौवा (1) में आये तमाम बच्चों को वहाँ तैनात प्राथमिक शिक्षकों ने भगा कर स्कूल में तालाबंदी कर दी।इसी तरह बुधवार को हुये विशाल प्रदर्शन के दौरान शिक्षा मित्रों की विशेष मांग और आग्रह के बाद भी प्रदेश की बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री शहर में होते हुए भी उनसे मिलने नही आयीं।शिक्षा मित्रों के समायोजन को रद्द किये जाने वाले सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से प्रदेश भर में हाहाकार मच गया है और इनके सहयोग में प्रदेश का प्राथमिक शिक्षक संघ भी उतर आने से इन्हें विशेष बल मिल गया है जिसकी वजह से पूरे प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों की पठन पाठन की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।अभी तक की जानकारी के मुताबिक जिले से आये हजारों की संख्या में शिक्षा मित्र जिला मुख्यालय पर हो रहे धरना प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं।आज भी इन प्रदर्शन कारियों ने सुप्रीम कोर्ट की न्याय व्यवस्था की अर्थी निकाल कर शहर भर में उसका भर्मण कराया और अंत मे जिलाधिकारी आवास के पास उस अर्थी की होली जला कर अपना विरोध दर्ज कराया।शिक्षा मित्रों के इस विरोध प्रदर्शन को अन्य संगठनों का भी समर्थन प्राप्त हो रहा है।