सीतापुर-अनूप पाण्डेय,पुष्पेन्द्र अवस्थी/NOI-उत्तरप्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर चल रहा है इस कोविड-19 महामारी में लोग भूखे प्यार से मरने की कगार पर आ चुके हैं मगर भ्रष्ट कर्मचारी अपनी मनमानी से बाज नहीं आते हैं किसानों का गेहूं न खरीद कर व्यापारियों का गेहूं खरीद कर अपनी अपनी जेब है फुल कर रहे हैं ताजा मामला सीतापुर के रामपुर मथुरा का है जहा सरकारी गेहूं क्रय केंद्र पर गेहूं खरीद हुई 837 कुंटल और गोदाम में भेज दिया गया पंद्रह सौ कुंतल यह खुलासा सोमवार को उस समय हुआ जब सेउता विधायक ज्ञान तिवारी अपने क्षेत्र के रामपुर मथुरा ब्लॉक के मुड़कटिया गेहूं क्रय केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे इस दौरान उनके साथ उप जिलाधिकारी और थाना प्रभारी,नोडल अधिकारी गेहूं भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान विधायक को काफी खामियां मिली इस दौरान पाया गया कि केंद्र पर आम किसानों का गेहूं न खरीद कर व्यापारियों का गेहूं खरीदा जा रहा है यह व्यापारी किसानों से 1700 रुपए कुंतल में गेहूं खरीदते हैं और क्रय केंद्र पर यह गेहूं 1925 रुपये में बेचा जाता है यही नहीं विधायक ने यह भी पाया कि क्रय केंद्र पर राशन की दुकान का गेहूं भी बेचा जा रहा है उन्होंने काफी गेहूं ऐसा पकड़ा जिसमें चावल मिला हुआ था मालूम हो राशन की दुकानों पर जो फ्री में वितरण के लिए गेहूं और चावल आया है उसकी कालाबाजारी करके यह गेहूं समर्थन मूल्य के दाम पर क्रय केंद्रों पर बेचा जा रहा है।
विधायक ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और अभियोग दर्ज करने के निर्देश एसडीएम को दिए।
विधायक ने कहा कि एसडीएम नियमित रूप से सभी गेहूं क्रय केंद्रों का निरीक्षण करें। छोटे कृषकों के गेहूं क्रय पर विशेष ध्यान देने व किसानों से गेहूं सीधे खरीदने तथा गेहूं क्रय में तेजी लाने के निर्देश दिया। साथ ही सभी लेखपालों को अपने-अपने क्षेत्रों/हल्के के सभी छोटे कृषकों से संपर्क कर उनका रजिस्ट्रेशन कराने और गेहूं विक्रय के लिए टोकन आदि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी क्रय केंद्रों पर अब तक क्रय किये गए गेहूं व कृषकों की जानकारी ली। उन्होंने सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को किसानों से सीधे गेहूं क्रय करने के निर्देश दिया। कहा कि किसी भी दशा में बिचौलिए के गेहूं क्रय न किया जाए। उन्होंने सभी लेखपालों को निर्देश दिया कि अधिकतर कृषकों ने गेहूं की कटाई व मड़ाई का कार्य पूर्ण कर लिया है। एक दिन के भीतर अपने-अपने हलके का सर्वे करके सभी कृषकों की सूची उपलब्ध कराए गए प्रोफार्मा पर प्रत्येक दशा में बना लें और छोटे किसानों पर फोकस करते हुए उन्हें रजिस्ट्रेशन व टोकन आज की व्यवस्था में उपलब्ध कराएं।
इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी क्रय केंद्रों पर किसानों के बैठने, पेयजल, हाथ धोने के लिए साबुन व पानी या सैनिटाइजर व अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करने तथा सोशल डिसटेंसिंग को बनाए रखते हुए गेहूं क्रय करने के निर्देश दिए।