यहां के नैंसी झा मर्डर केस में पुलिस ने बच्ची के दो चाचा को अरेस्ट कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 12 साल की नैंसी को घर के किसी मेंबर के अवैध संबंधों की जानकारी थी।
ये बात नैंसी के दो चाचा राघवेंद्र और पकंज को थी। दोनों को डर था कि कहीं बच्ची ये बात किसी और को न बता दे, इसलिए इन्होंने किडनैप कर निर्ममता से उसकी हत्या कर दी। बता दें कि 25 मई को नैंसी स्कूल से आते वक्त अचानक गायब हो गई थी।
उसके घरवालों ने काफी खोजबीन की लेकिन वो नहीं मिली। इसकी शिकायत पुलिस में भी की गई। घरवालों का आरोप था कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई नहीं की। 27 मई को महादेवगढ़ गांव में नैंसी का झुलसा हुआ शरीर नदी के किनारे सड़ी हालत में मिला था।
नैंसी के दादा सत्येंद्र झा के मुताबिक, नैंसी उनसे हमेशा कहती थी कि वो डीएम बनेगी। बता दें कि नैंसी को उसके चाचा ने जिस दिन किडनैप किया था उसके दो दिन बाद ही नैंसी के बुआ की शादी थी। घटना वाले दिन मेंहदी की रस्म होनी थी।
बुधवार को एसपी दीपक कुमार वर्णवाल और एएसपी निधि रानी ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी कि राघवेंद्र झा नैंसी के रिश्ते में चाचा लगता है और पंकज कुमार रिश्तेदार है।
उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच में पारिवारिक रंजिश की बात भी सामने आ रही है। पोस्टमार्टम के अनुसार नैंसी के साथ दुष्कर्म या एसिड अटैक नहीं हुआ है। वहीं, नैंसी कांड में एसआईटी का नेतृत्व कर रही निधि रानी ने कहा कि जांच में और भी कई बातें सामने आई हैं। उसकी अभी जांच चल रही है।
एसपी ने बताया कि नैंसी के चाचा राघवेंद्र और पंकज को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। उसके बाद जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। पुलिस को दोनों की कई संदिग्ध गतिविधि नजर आई है। उसी आधार पर पुलिस ने दोनों को अरेस्ट किया है।