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Saturday, October 5, 2024

गुजरात चुनाव: फेज 2 में दांव पर लगी मोदी की इज्जत



नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान गुरुवार को होने वाला है। यह चरण बीजेपी के लिए बहुत अहम है क्योंकि इसमें पाटीदार आंदोलन के केंद्र रहे मेहसाणा में मतदान होगा।

गुजरात

के उत्तरी इलाके में पड़ने वाला मेहसाणा आदिवासी क्षेत्र है और यह कांग्रेस का परंपरागत गढ़ है। बीजेपी को हालिया बाढ़ के दौरान उत्तर गुजरात में किए गए राहत कार्यों का फायदा मिलने की उम्मीद है। पार्टी साथ ही दूध के दाम में की गई बढ़ोतरी और छोटे ओबीसी समुदायों के सपॉर्ट से इस इलाके में अच्छी खासी सीटें हासिल करने की उम्मीद कर रही है।

2012 में बीजेपी को इन 14 जिलों की 93 सीटों में 52 पर जीत हासिल हुई थी लेकिन उसको इस बार हार्दिक पटेल की अगुवाई वाले पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के आरक्षण आंदोलन के चलते मेहसाणा और पाटन एरिया में सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है। पार्टी को 2012 के चुनाव में मेहसाणा की पांच में से तीन विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वडनगर सीट से लड़ते रहे हैं जो मेहसाणा में पड़ती है, इसलिए बीजेपी के लिए इस पट्टी में सीटें बचाए रखना करना इज्जत की बात हो गई है।

पाटीदार आरक्षण आंदोलन के चलते मेहसाणा और पास पड़ोस के इलाकों में 2012 के बाद हालात में बहुत बदलाव आया है।

हार्दिक

के अलावा शराब के खिलाफ बड़ा आंदोलन चलाने वाले एकता मंच के अल्पेश ठाकोर इसी इलाके से आते हैं। 2015 में पाटीदार आंदोलन के दौरान हुई गोलीबारी में 14 प्रदर्शनकारियों की मौत होने के बाद हार्दिक के मेहसाणा में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी

दूसरे दौर के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मंगलवार को सी प्लेन से यहां आए।

कडवा पाटीदार गुजरात के डेप्युटी चीफ मिनिस्टर नितिन पटेल मेहसाणा सिटी असेंबली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां पटेल की जीत बहुत आसान रहने की उम्मीद की जा रही है लेकिन इलाके के कई बीजेपी प्रत्याशियों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। सिधपुर से बीजेपी कैंडिडेट और फॉर्मर मिनिस्टर जय नारायण व्यास की उम्मीदें बलवंतसिंह राजपूत से मिलनेवाले सपॉर्ट पर कायम है। पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर व्यास को हराने वाले राजपूत ने इस बार बीजेपी का दामन थामा है। गुजरात के सबसे रईस राजेनताओं में गिने जाने वाले राजपूत का क्षेत्र में बहुत बड़ा सपॉर्ट बेस है। अहमद पटेल जिस समय राज्यसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे थे, उसी समय राजपूत कांग्रेस से अलग हो गए थे।

जहां तक अल्पेश ठाकोर की बात है तो वह राधनपुर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। यहां उनके सामने अंतिम समय में टिकट नहीं मिलने के चलते कांग्रेस से बीजेपी में गए लविंगजी ठाकोर हैं। राधनपुर से अल्पेश की जीत लगभग पक्की मानी जा रही है।

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