दुधवा नेशनल पार्क की गैंडा पुनर्वास योजना का काम अभी हाल ही में पूरा हुआ है।
शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI- दुधवा नेशनल पार्क की गैंडा पुनर्वास योजना का काम अभी हाल ही में पूरा हुआ है। इसमें गैंडों को सफलतापूर्वक शिफ्ट किया गया था। लेकिन सैलानियों के लिए इस फेज-2 परियोजना को अभी बंद रखा गया है और सैलानियों के लिए यहां योजना अभी कुछ दिन और नो एंट्री जोन रहेगी।
गैंडों की हो रही मॉनिटरिंग:-
इसका कारण यह है कि शिफ्टिंग किये गये गैंडों के प्रजनन के बाद ही उनको सैलानियों के लिए खोला जाएगा। इसमें गैंडों की लगातार मॉनिटरिंग भी की जा रही है। दुधवा के हाथियों की भी मॉनीटिरिंग की जा रही है। दुधवा नेशनल पार्क की अनूठी गैंडा पुनर्वास योजना जनसंख्या बढ़ने के बाद पार्क में गैंडा पुनर्वास योजना फेज-2 का निर्माण किया गया था। इसमें बड़ा आदि से संरक्षित एरिया बिलराय के भादी ताल में बनाया गया था। बीते दिनों की शिफ्टिंग का कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण हो कर लिया गया था। इस फेज-2 परियोजना में तीन मादा तथा एक नर गैंडे को शिफ्ट किया गया था। गैंडो की सफलता पूर्वक शिफ्टिंग के बाद उम्मीद जताई जा रही थी। फेज-2 में मौजूद इन गैंडा को सैलानी देख सकेंगे। लेकिन प्रशासन ने सैलानियों के लिए यह एरिया नो एंट्री घोषित कर दिया है।
बनाया गया नो इंट्री जोन:-
इस बाबत दुधवा नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर महावीर कौजलगी ने बताया कि गैंडों की शिफ्टिंग के बाद उनके प्रजनन इंतजार है। इसलिए इस ऐरियो का नो एंट्री घोषित किया है। बताया कि फिलहाल के लिए पहले यह गेंदों को स्वच्छंद विचरण करने दिया जाएगा। जब इनकी संख्या बढ़ेगी उसके बाद ही यहाँ पर्यटन के आसार बढ़ेंगे। डीडी ने बताया कि फेज-2 में हाथियों के जरिये गैंडो की मॉनीटिरिंग कराई जा रही है। नई परियोजना होने के कारण सैलानियों में भी उत्सुकता गैंडा पुनर्वास योजना फेज- 2 में गैंडों की शिफ्टिंग के बाद सैलानियों में उसका भ्रमण करने की उत्साह दिखाई दे रही थी। लेकिन अब उन्हें थोड़ा और समय का इंतजार करना पड़ेगा। इसके बाद ही वह इस परियोजना का भ्रमण हाथों के जरिये का स्वच्छंद विचरण करते हुए देख सकेंगे।