सीतापुर-अनूप पाण्डेय,देवदत्त त्रिपाठी/NOI-रियलिटी चेक के दौरान डॉक्टरों की गैर मौजूदगी में मरीजो का किया जा रहा इलाज़:
डॉक्टरों की लिस्ट तो है लेकिन गैर डिग्री धारक चला रहे क्लिनिक ।
संदना कस्बे में आज क्लीनिको के रियलटी चेक में एक बात स्वास्थ्य विभाग के नियमो की धज्जिया उड़ती दिखाई दी।रियलिटी चेक के दौरान क्लीनिक में डॉक्टर की गौर मौजूदगी में इलाज़ किया जा रहा है।बताते चले कि बीते अगस्त माह में आधा दर्जन मौते झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से हो चुकी है।लेकिन झोलाछाप डॉक्टरों पर इसका कोई फर्क नही पड़ता है।
बताते चले कि रालामऊ स्थित शीतला देवी नर्सिंग होम में सायं 4 बजे रियलिटी चेक किया गया।तो दो मरीज भर्ती मिले।पीड़िता मीना देवी से बात की गई और पूछा गया कि आपको क्या तकलीफ है और आप कितने दिन से यहाँ भर्ती है।तो उन्होंने बताया कि हमारे हाथ मे सूजन है हम पिछले 5 दिन से यहाँ भर्ती है।डॉक्टर का नाम पूछा गया तो कहा मालूम नही।वही दूसरे बेड पर लेटी रामकुमारी निवासिनी बहादुरपुर से पूछा गया कि आपको क्या दिक्कत है तो उन्होंने पेट मे सूजन होने को कहा और बताया कि हम आज ही भर्ती हुए है।डॉक्टर का नाम पूछने पर नही बता पायी।
वही संदना कस्बे में सुन्दरानन्द के पास स्थित न्यू कबीर पॉलीक्लीनिक में एक बच्चा बुखार से पीड़ित था।रियलिटी चेक के दौरान कई मरीज भर्ती मिले पर डॉक्टर साहब मौजूद नही थे।वहाँ पर किसी प्राइवेट ब्यकित द्वारा डॉक्टर की गैर मौजूदगी में इलाज़ करते हुए पाया गया।जिसमे से कई मरीज बुखार व अन्य बीमारियों से पीड़ित थे।
बताते चले कि गोंदलामऊ क्षेत्र में दर्जनों क्लिनिक ऐसे चल रहे है जिनमे डॉक्टरों की लंबिचौड़ी लिस्ट तो लगा दी गयी है लेकिन उनका संचालन झोलाछाप डॉक्टर ही करते चले आ रहे है। हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने सीएचसी गोंदलामऊ का निरीक्षण किया था।और सीएचसी अधीक्षक को निर्देश दिया था।कि क्षेत्र में जो भी फर्जी क्लीनिक चल रहे है।उन पर कार्यवाही करने की बात कही थी।अब देखना यह है कि मामले में सीएचसी अधीक्षक गोंदलामऊ क्या कार्यवाही करते है।
जब इस सम्बन्ध में गोंदलामऊ सीएचसी अधीक्षक धीरज मिश्रा से बात की मामला संज्ञान में आया है जांच कर उचित कारवाही की जाएगी।