गोवा कांग्रेस के नेता गिरीश आर चोडनकर ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को पत्र लिखकर कहा है कि अगर विधानसभा भंग करने का कोई प्रयास किया जाता है तो कांग्रेस उसका कड़ा विरोध करेगी। मनोहर पर्रिकर सरकार चलाने में अक्षम साबित हो रहे हैं। कांग्रेस राज्य की सबसे बड़ी पार्टी है, ऐसे में उसे सरकार बनाने का मौका दिया जाना चाहिए।
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता रमाकांत खलप ने पणजी में पत्रकारों से बातचीत में गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर की बीमारी का हवाला देते हुए राज्यपाल से सरकार बर्खास्त करने की मांग कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि गोवा में सरकार का अब कोई अस्तित्व नहीं है। हम राज्यपाल से सरकार बर्खास्त करने की मांग करते हैं।
रमाकांत खलप ने कहा कि पर्रिकर सहित तीन कैबिनेट मंत्री गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, जो ऐसे मंत्रालयों को देख रहे हैं, जिनके लिए बजट का करीब 80 फीसदी हिस्सा आवंटित है। स्वास्थ्य कारणों के चलते मंत्रियों की अनुपस्थिति के चलते राज्य का प्रशासनिक कामकाज ठप पड़ गया है।
खलप ने कहा कि खलप ने कहा, कई मंत्री भी बीमार पड़ गए हैं। एक मंत्री तो उसी अस्पताल में अमेरिका इलाज करा रहे हैं, जहां मुख्यमंत्री का उपचार हो रहा है और बिजली मंत्री पांडुरंग मडकइकर मुंबई में इलाज करा रहे हैं।
क्या है गोवा में सीटों का समीकरण
-2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन वह सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकी थी। कांग्रेस को 17 विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी। 40 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस सिर्फ 1 सीट से बहुमत प्राप्त करने में असफल रही थी।
-भारतीय जनता पार्टी को 2017 विधानसभ चुनाव में 13 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
-2017 गोवा विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और निर्दलीयों को तीन-तीन सीटों पर जीत मिली थी, जबकि एक सीट एनसीपी को मिली थी।
बीजेपी ने तेजी से बदले घटनाक्रम में मनोहर पर्रिकर को केंद्र मंत्री पद से इस्तीफा दिलाकर गोवा के सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट कर दिया। इस दांव के चलते कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी
बहुमत का आंकड़ा नहीं जुटा सकी थी। अब मनोहर पर्रिकर बीमार हैं, ऐसे में कांग्रेस राज्यपाल पर बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त कर उसे सरकार बनाने का मौका देने का दबाव बना रही है।