सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अंकुर तिवारी /NOI-उत्तर प्रदेश जनपद सीतापुर रेउसा के मारूवेहड मे बाढ़ लगातार मैदानी पहाड़ो की वारिश/वैराजो से लाखों क्योसेक पानी से घाघरा/शारदा की नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होती जा रही।जिससे दोनो नदिया उफनाई हुई है।कटान में में भी कोई कमी नही होती दिख रही।खेती योग्य जमीनो को काटती जा रही है।तटीय लोगो की मानें तो घाघरा का जलस्तर मात्र करार से करीबक फिट नीचे होगा।उधर तीनो वैराजो से फिर तीन लाख पानी छूटने की खबर है।जिससे ये अंदाजा लगाया जा रहा है।वारिश तथा वैराजो का का जब यह पानी आज रात गुजरेगा तो बाढ़ प्रभावित इलाकों में तबाही मंचा देगा।ग्रामीणों की मुशीबतों का सबब होता दिखेगा।कोनी, फौजदार पुरवा, परमेश्वरपुरवा, पासिन पुरवा करीब7गांव घिरे,उनके रास्तो पर पहले से पानी बह रहा है।तथा जब ये पानी सीतापुर होते हुए गुजरेगा।तो कटैला पुरवा, लाला पुरवा, ठेकेदारपुरवा, नगीना पुरवा, श्यामनगर, दरजिन रेती,चौकी पुरवा, लोधन पुरवा, राम लाल पुरवा, दुर्गापुरवाआदि लगभग40गांवो पर बाढ का खतरा मंडरा सकता।उपरोक्त गांवो में पानी प्रवेश करने का अनुमान ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहा,प्रवेश,धूसे पुरवा के वेदराम,पपू आदि लोगो की झोपड़ियां तेज शारदा की कटान में बह गई।गनीमत रही इन लोगो ने रुख भांप कर स्थान को पहले ही खाली कर दिया था।लोगो ने करीब की सड़कों पर डेरा डाल रखा है ।दुर्गापुरवा के दुवादीन,रामहेत,माया देवी,वेदराम,तीर्थ राम,चंदी देवी,आदि लोगो की करीब22बीघा जमीन कटकर बह गई।शेष जमीनो को भी काट रही।पचीसा टापू के करिया,गोकरन,पपू,ब्रम्भा अपना अपना सामान समेट कर टापू से उच्च स्थान पर पलायन कर गए। ।जब कि प्रशासनिक अधिकारी जलस्तर में बढ़ोतरी की बात जरूर स्वीकार कर रहे।पर बाढ़ जैसे अभी हालातो से इनकार कर रहे।ग्रमीणो ने बताया ताहपुर, बजहा,मेवड़ी छोलहा,कोनी, चौकी पुरवा, आदि जगहों पर खेती योग्य जमीनो को तेजी से कटान कर रही तथा बाढ़ की स्थित सामान्य बताई।