उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सोशल ट्रेडिंग के नाम पर लगभग 3700 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का खुलासा कर दिया है। इस मामले में एसटीएफ ने कंपनी के मालिक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही कंपनी का खाता भी सीज कर दिया गया है। जिसमें लगभग 500 करोड़ रुपये की राशि है।
वहीं, कंपनी के निदेशक अनुभव मित्तल का कहना है कि उन्होंने कोई घपला नहीं किया है। सारा हिसाब-किताब ऑनलाइन रिकॉर्ड में है और उनके इस लेन-देन का पूरा टैक्स सरकार को भरा जाता है तथा मुनाफे को सदस्यों में बांटा जाता है। कोई भी चीज छिपी हुई नहीं है।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली थी कि सेक्टर-63 के एफ ब्लॉक में अब्लेज इन्फो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने पोंजी स्कीम के तहत लोगों से फ्रौड़ किया जा रहा है।
एसटीएफ ने बताया कि ये लोग खुद ही फर्जी कंपनियों के विज्ञापन तैयार करके पोर्टल पर डालते थे और सदस्य से ली रकम को ही सदस्यों में बांटते थे। एसएसपी की मानें तो सरकारी जांच एजेंसियों से बचने के लिए यह कंपनी एक माह से लगातार नाम बदल रही थी। पहले सोशल ट्रेड विज, फिर फ्री हब डॉटकाम से फेंजअप डॉट कॉम, इंटमार्ट डॉट कॉम और थ्री डब्ल्यू डॉट कॉम के नाम से यह कंपनी लोगों से धोखाधड़ी कर रही थी।
जांच में सामने आया कि इस कंपनी के मकड़जाल में आम आदमी से लेकर पेशेवर वकील, चार्टर्ड एकाउंटेंट, व्यापारी और डॉक्टर तक शामिल हैं।