दीपक ठाकुर :NOI-
पहले आरक्षण विरोधी माने जाने वाली भारतीय जनता पार्टी अब आरक्षण समर्थक के रूप में नज़र आ रही है ऐसा हम नही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी भरी सभा मे बोल चुके है कि उनकी पार्टी आरक्षण खत्म करने वाली नही है मतलब साफ है कि भाजपा भी सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती है ये भी हम नही बल्कि उनके द्वारा किये गए काम बोल रहे हैं जिसके लिए 6 सितम्बर को भारत बंद बुलाया गया था।
खैर भाजपा भी एक राजनैतिक दल है ये हमको समझना चाहिए हमको ये भी समझना चाहिए कि सत्ता सबको प्यारी होती है क्योंकि राजाओं सा रहन सहन भला किसको अखरता है लेकिन इसके साथ भाजपा को ये भी याद रखना चाहिए कि उसे ये मोकाम दिलाया किसने और क्यों।
लेकिन लगता है कि भाजपा सत्ता के नशे में इतनी चूर हो गई है कि उसे चुनावी परिणाम की फिक्र ही नही उसे लगता है कि जनता फिर उसके वादों पर भरोसा कर के उसे मौका देगी लेकिन चर्चा ये है
कि इसबार स्वर्ण वर्ग नोटा का इस्तेमाल करने का मन बना रहा है वही दूसरी तरफ मुस्लिम वोट की भी उसको मिले ना मिले कोई गारंटी भी नही है तो कहीं ये आरक्षण पूर्व की भांति ही सरकार के लिए काल बनकर तो नही आने वाला है अगर ऐसा हुआ तो 2019 में फिर एक बार भाजपा विपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका में नज़र आएगी जिसे वास्तव में लगेगा कि जनता को क्या चाहिए क्या नही।।