सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस का विशाल कोर्टरूम वकीलों से खचा-खच भरा था. मोहित चौधरी नाम के एक वकील के खिलाफ कोर्ट की अवमानना मामले की सुनवाई चल रही थी. मोहित चौधरी के बचाव में वरिष्ठ वकील केके वेणुगोपाल जिरह कर रहे थे.
साथ मे दर्जनों वरिष्ठ वकील मौजूद थे, जिनमें अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी, सलमान खुर्शीद, कोलीन गोनज़ल्वेस जैसे वकील भी मौजूद थे. केके वेणुगोपाल ने बचाव करते हुए कहा कि वकील मोहित चौधरी को अपनी गलती का एहसास है, वो माफी मांग चुके हैं और अपना बयान भी वापस भी ले चुके हैं. वह बहुत शर्मिंदा भी हैं.
इस पर चीफ जस्टिस जे एस खेहर ने कहा, ‘आपको पता है उसने अपनी हदें पार की हैं. मैं आपसे पूछता हूं कि आप लोग हम जजों के हक़ में क्यों नहीं बोल रहे? कभी आप लोग हमारे हक़ में नहीं बोलते! जब भी कोई वकील गलती करता है तो आप लोग उसी का पक्ष लेते हैं…. चीफ जस्टिस ने जोर देते हुए कहा ‘कभी भी’ नहीं लेते हमारा पक्ष. आप लोग ऐसे ही जजों को बुरा-भला कहते रहिए और न्यायपालिका को नीचा दिखाते रहिए.’
इस पर वरिष्ठ वकील के के वेणुगोपाल ने कहा कि गलतियां हो जाती हैं लोगों से. चीफ जस्टिस ने कहा कि आप इस वकील की चिठ्ठी देखिए..इसमें लिखा है ‘बेंच हंटिंग’…कहां से ये बेंच हंटिंग का मामला है…चीफ जस्टिस की बेंच ने आखिरकार मामले कि सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया.
गौरतलब है कि मोहित चौधरी को पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट की अवमानना का नोटिस जारी किया था. मोहित ने सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उसके एक मामले को रजिस्ट्री ने बिना उसको सूचना दिए एक विशेष बेंच के सामने लगा दिया.
मोहित चौधरी ने रजिस्ट्री पर आरोप लगाया था कि उसने हेरा-फेरी की है और इसे बेंच हंटिंग बताया था, जबकि ऐसा कुछ भी नही हुआ था. कोर्ट ने पिछली सुनवाई पर कड़ी फटकार लगाई थी और अवमानना नोटिस जारी का किया था .