यूपी सीतापुर के पिसावां एक तरफ सरकारें निम्न वर्ग को उच्च वर्ग के समांतर लाने के लिए आरक्षण व एससीएसटी जैसे नये कानून बनाकर जातिवाद का अंतर समाप्त करने का प्रयास कर रही है वहीं ग्रामीण इलाकों में जातिवाद को लेकर समस्या ज्यों की त्यों बनी हुयी है ऐसा ही एक मामला पिसावां इलाके के प्राथमिक विद्यालय पल्हरिया में देखने को मिला जहाँ दो दिन पहले प्रधान सालिकराम द्वारा निम्नवर्ग से रामदेवी को नई रसोइयां की जगह चयन किया गया गुरुवार को उस रसोइयां के हांथो विद्यालय में 76 बच्चो का माध्याह्न भोजन पकाया गया जिसे केवल छः बच्चों ने ही खाया शेष 70 बच्चों ने भोजन नही खाया शुक्रवार को बचे हुये भोजन के खराब हो जाने पर फेंक दिया गया जब इस सम्बंध में बच्चों से पूंछा गया तो उन्होंने बताया नई रसोइयां निम्नवर्ग से आतीं हैं इसके अलावा वह गंदी भी रहती हैं जिसके चलते हम लोगों ने भोजन नही खाया इसके सबंध में जब विधालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मनोज कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया नई रसोइयां के हाथों पकाये गये माध्याह्न भोजन को केवल छः बच्चो ने ही खाया जब कि 70 बच्चे छुआछूत को लेकर नही खाये हैं जिसे दूसरे दिन खराब होने पर फेंकवा दिया गया है आज पहले वाली रसोइयां रामकुमारी द्वारा खाना पकाया जा रहा हैं
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बाइट-स्कूली बच्चा आशीष