देवनारायण पटेल जज से विवाद के बाद सोमवार को सस्पेंड हुए थे. बताया जा रहा है कि 23 फरवरी की रात जगदलपुर एडीजे से देवनारायण पटेल का विवाद हुआ था जिसके बाद जज ने पटेल पर मारपीट के आरोप लगाए थे.
सीएसपी देवनारायण का 23 फरवरी की रात जगदलपुर शहर के पुराने बस स्टैंड के समीप एडीजे-2 (एफटीसी) अजिंक्य टोप्पो से विवाद हो गया था, जिसके बाद जज ने सीएसपी पर मारपीट करने का आरोप लगाया था. प्रदेश सरकार ने 24 फरवरी की शाम सीएसपी को सस्पेंड कर पीएचक्यू अटैच कर दिया.
समझा जा रहा है कि सस्पेंशन से वे तनाव में थे और यही वजह रही कि रात लगभग एक बजे उन्होंने साकेत कॉलोनी स्थित अपने सरकारी आवास पर पत्नी और खुद को गोली मार ली. डॉक्टरों का अनुमान है कि गोली से निकले छर्रे बच्चों के शरीर में लग गए हैं, जिसके चलते उन्हें गंभीर चोटें आई हैं.
पटेल की 11 साल की बेटी पूनम और 6 साल के बेटे आयुष को बेहतर उपचार के लिए रायपुर ले जाया गया है. मेडिकल कॉलेज महारानी हास्पिटल के प्रवक्ता डॉ. केएल आजाद के मुताबिक दोनों बच्चों की हालत चिंताजनक पर स्थिर बनी हुई है.