बसपा में एक से बढ़ कर एक बड़े नेता रहे. कोई राष्ट्रिय महासचिव तो कोई रास्ट्रीय सचिव. कई तो कई बार के सांसद और विधायक भी रहे. लेकिन जब बसपा की स्थिति खराब हुई तो सभी भाग निकले. लेकिन एक नेता बसपा का ऐसा भी है जो मायावती का साथ नहीं छोड़ा. वह बसपा के साथ खड़ा रहा. पश्चिम यूपी में इनकी बड़ी धमक है. लगातार 5 बार विधान सभा चुनाव जीत चुके हैं. इनका नाम है रामवीर उपाध्याय.
बसपा के बड़े नेता हैं, नहीं हार रहे हैं चुनाव
रामवीर उपाध्याय बसपा के बड़े नेता हैं. ये एक बार भी चुनाव नहीं हार रहे हैं. लगातार 22 साल से विधायक हैं. बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं. इनकी खूब चलती थी. इतना ही नहीं ये अलग अलग सीटों से चुनाव लड़े और जीते भी. पहले हाथरस और बाद में शिकन्द्राऔ से चुनाव जीते. २०१७ के विधान सभा चुनाव में बसपा को कड़ी हार मिली जिसमें बसपा के कई दिग्गज भाग खड़े ह्यु लेकिन इस नेता ने साथ नहीं छोडा.
पत्नी रहीं हैं सांसद
इनकी पत्नी सीमा उपाध्याय लोक सभा सांसद रही हैं. आगरा जिले की फतेहपुर सिकरी से सीमा उपाध्याय लोकसभा का चुनाव जीत चुकी हैं. उन्होंने २००९ में बसपा के टिकेट पर चुनाव जीता था. इसके बाद उन्हें २०१४ में हार का सामना करना पडा. इनके भाई भी विधान परिषद् का चुनाव लड़ चुके हैं.