दीपक ठाकुर:NOI।
सिटी मोंटेसरी स्कूल के सर्वेसर्वा जगदीश गांधी पर इनदिनों संकट के बादल मंडरा रहे हैं।अपने स्कूल का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने वाले जगदीश गांधी को आज काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा।शर्मिंदगी इस लिए के उनपर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो धोखेबाज़ी के हैं और आरोप लगाने वाले कोई और नही उसी स्कूल से पढ़ चुके या अपने बच्चों को पढा रहे अभिभावक हैं।
आज सुबह सिटीमोन्टेसरी स्कूल के बाहर इन्ही लोगो की भीड़ जमा दिखाई दी और ये भीड़ बार बार चीख चीख कर कह रही थी कि जगदीश गांधी शर्म करो हमारा पैसा हमे वापस करो।अग्रवाल जी ने हमसे बताया कि वो खुद इस स्कूल में पढ़ते थे और अब इनके बच्चे भी इसी स्कूल में है लेकिन यहां हम लोगो से बिना बात के लाखों रुपया ले लिया गया है जिसे अब स्कूल प्रशासन वापस नही कर रहा है उनका कहना था कि इस स्कूल ने और भी कई लोगो से करोड़ों रुपये स्कूल की मेंटेनेंस के नाम पर लिए है जिसे वापस नही किया जा रहा है अग्रवाल जी ने आरोप लगाते हुए कहा जहां का संस्थापक धोखेबाज़ हो वहां बच्चो को अच्छी शिक्षा कैसे दी जाती होगी इसमें भी सन्देह है।
आपको बता दें कि जगदीश गांधी ने पैसे लेने की बात का पूरा ठीकरा चौक ब्रांच की पूर्व प्रधानाचार्या साधना चूरामणि जो विवाह उपरांत साधना बेदी हो गई है उन पर फोड़ते हुए कहा है कि इसकी उनको कोई जानकारी नही है सारा काम उनका था वही दोषी है जिनकी वो खुद भी शिकायत कर चुके हैं और स्कूल तक से निकाल चुके हैं।
अब सवाल ये है कि जिस स्कूल में बिना जगदीश गांधी के बच्चों की स्कूल फीस तक कम नही होती वहां इतना बड़ा घोटाला बिना उनकी जानकारी के कैसे हो गया यहां दाल में काला साफ नजर आ रहा है जिसपे पर्दा उठाने में पुलिस को भी काफी पसीना बहाना पड़ेगा क्योंकि जगदीश गांधी काफी फेमस शख्सियत हैं।लेकिन हमें ये भी नही भूलना चाहिए कि अभी हाल ही में उनके ऊपर ज़मीन हड़पने और ड्रेस के घोटाले का भी आरोप लग चुका है।