नई दिल्ली : कप्तान और स्टार मिडफील्डर बास्टियन श्वेजनेगर ने अपने 121वें अंतरराष्ट्रीय मैच में जर्मन टीम को फिनलैंड पर 2-0 की जीत दिलाने के साथ अपने सुनहरे फुटबॉल करियर को अलविदा कहा दिया। मोएनचेंगलाडबाक में अपने घरेलू मैदान पर खेले गये अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मैच में जर्मन टीम ने फिनलैंड पर एकतरफा जीत दर्ज की और इसके साथ ही कप्तान श्वेजनेगर ने फुटबॉल से विदाई ली। इस दौरान वह भावुक हो गए और उनकी आंखे नम थी।
मैनचेस्टर यूनाइटेड के श्वेजनेगर ने 29 जुलाई को यूरो कप 2016 में जर्मन टीम के सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो जाने के बाद ही अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने जर्मनी के लिये अपना आखिरी मैच में 68 मिनट तक खेला। जब वह मैदान से विदा हुये तो स्टेडियम में बैठे दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि मैं अपने प्रशंसकों को धन्यवाद करना चाहता हूं जो मेरे आखिरी मैच के लिये यहां आये हैं। मेरे लिये यह बहुत मायने रखता है और मैं दिल से उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। हम भविष्य में फिर मिलेंगे। मैं अपनी राष्ट्रीय टीम को भविष्य के लिये शुभकामनाएं देना चाहता हूं।
बता दे कि 32 वर्षीय श्वेजनेगर 2014 विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा रहे थे और जर्मनी के लिये सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ियों की सूची में चौथे स्थान पर हैं। जर्मन फुटबॉल प्रमुख रिनहार्ड ग्रिनडेल ने भी मैच से पूर्व स्टार खिलाड़ी की प्रशंसा की तो श्वेजनेगर अपने आंसुओं पर काबू ही नहीं रख सके और मैदान पर रोने लगे। बोरूस पार्क स्टेडियम में 30 हजार से अधिक दर्शक राष्ट्रीय टीम के कप्तान का आखिरी मैच देखने के लिये पहुंचे थे। श्वेजनेगर ने कहा कि आप सभी ने देख लिया कि मैं कैसा महसूस कर रहा हूं। मैं बस इस मैच के हर पल का मजा लेना चाहता था लेकिन मुझे नहीं पता था कि यहां माहौल इतना अलग होगा। मुझे यह भी नहीं पता था कि मेरे आंसू भी निकल सकते हैं। मैं सभी का धन्यवाद करना चाहता हूं।