दीपक ठाकुर
फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत को लगभग 5 महीने हो चुके हैं मुम्बई के कूपर अस्पताल ने जिस विवादित पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसे आत्महत्या करार दे दिया था आज उसी बात को एम्स ने भी स्वीकार लिया है।सुशांत केस में सीबीआई की जांच आने के बाद ये लगने लगा था कि अब सुशांत के कातिलों को गिरफ्तार किया जाएगा क्योंकि जिस तरह की बातें सोशल मीडिया और मीडिया बता रहा था उससे यही लगता था कि सुशांत आत्महत्या नही कर सकता उसका ज़रूर कत्ल ही हुआ होगा जिसमें संदीप, पीठानी,नीरज और रिया संदिग्ध हैं लेकिन सूत्रों की माने तो दिल्ली के एम्स अस्पताल ने सुशांत के चाहने वालो को ये कह कर निराश कर दिया कि कूपर अस्पतला की पीएम रिपोर्ट सही है सुशांत ने आत्महत्या ही की है।
इस खबर से दिल्ली के जंतर मंतर पे भूख हड़ताल पर बैठे सुशान्त के दोस्त और उनके चाहने वालो को काफी झटका लगा है क्योंकि सब यही मान रहे थे कि एम्स की रिपोर्ट कूपर अस्पताल की रिपोर्ट से अलग होगी ऐसा इसलिए क्योंकि कूपर अस्पताल ने पीएम में ना बाहरी चोट का कोई जिक्र किया था और ना ही मौत का कोई समय बताया था लेकिन एम्स पर भी इस पीएम पर मुहर लगने के बाद देश ये सोच में पड़ गया है कि क्या सत्ता और पहुंच के आगे सारी संस्थायें नतमस्तक होती हैं।
ये सवाल उठना लाज़मी भी है क्योंकि आज के युग मे कोई बात छिपा पाना किसी के लिए आसान नही है सारे गवाह और सुबूत चीख चीख कर सुशांत की हत्या की तरफ इशारा कर रहे हैं जिससे पूरा देश वाकिफ है लेकिन अब लगता यही है कि सुशांत के मामले में भी वो सच्चाई बाहर नही आ पाएगी जिसका इंतज़ार है बल्कि वो सच बाहर आएगा जिसपर भरोसा करना खुद को मूर्ख समझना जैसा ही होगा पर किया भी क्या जा सकता है कानून तो अंधा होता है।