दीपक ठाकुर:NOI।
एक तरफ जहां कड़ाके की ठण्ड और शीतलहर ने आम जीवन को विचलित कर रखा है वही दूसरी तरफ हमारे नन्हों की सुध कोई नही ले रहा एक ओर जहां स्कूल प्रशासन शीतकालीन अवकाश की घोषणा नही कर रहा वही यहां का सरकारी तंत्र भी स्कूल की सहमती पर अपनी मुहर लगाए बैठा है ऐसे में बेचारे अभिभावक इस शीत लहर में खुद भी परेशानी का सामना करने को मजबूर हैं क्योंकि उनके बच्चों को सुबह स्कूल जो जाना है।
अभी हाल ही में लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी महोदय ने बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर स्कूलों को बंद करा दिया था लेकिन माहौल शांत होने के बाद अब उन्होंने स्कूल प्रशासन को अपनी मनमानी पर छोड़ दिया है अब स्कूल की मनमानी बच्चों की सेहत पर कैसा असर डालेगी ये तो आने वाली खबरों से ही पता चलेगा लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए तो यही लगता है कि अगर स्कूल प्रशसन ने अपनी मनमानी पर ब्रेक ना लगाया तो बच्चों को शारीरिक कष्ट ज़रूर पहुंच जाएगा।
आज लखनऊ का तापमान सुबह लगभग 8 डिग्री के आस पास था देह गलाने वाली सर्द हवा भी चरम पर थी मगर उसी बीच घर के बाहर स्कूल वैन ने दस्तक देनी शुरू कर दी वैसे तो ठंड को देखते हुए कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल नही भेजा
लेकिन जिनके बच्चे स्कूल गए उन अभिभावकों का यही सवाल था कि शीतकालीन अवकाश अब नही तो कब होगा क्या जिलाधिकारी महोदय को तापमान सामान्य दिखाई दे रहा है या उनको स्कूल प्रशसन पर कुछ ज़्यादा ही भरोसा है।