जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं के खिलाफ भाजपा सांसद ने खोला मोर्चा,सांसद की मांग के बावजूद मौके पर नहीं पहुंची जिलाधिकारी……
बहराइच :(अब्दुल अजीज)NOI:-जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं के खिलाफ भाजपा सांसद सावित्री बाई फूले ने मोर्चा खोल दिया है और जिलाधिकारी को मौके पर उपस्थित होकर समस्याओं के संदर्भ में कार्यवाही कराने की मांग करते हुए वह अपने समर्थकों के साथ चिकित्सालय परिसर में धरने पर बैठ गयी है परंतु सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी तो मौके पर नही पहुंची लेकिन अपने प्रतिनिधि की हैसियत से नगर मजिस्ट्रेट को वहां भेजा गया है।तराई के जिला बहराइच में संक्रामक रोगों से ग्रसित सैकड़ों बच्चों की जिला अस्पताल में मौत के बाद क्षेत्रीय भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने आज जिला अस्पताल का निरीक्षण किया जिसमें उन्हें चिकित्सास्य में तमाम अव्यवस्थायें देखने को मिलीं।अस्पताल में व्याप्त इन अव्यवस्थाओं को देख सांसद नाराज़ हो गईं और त्वरित कार्यवाही के लिये वह
तत्काल हरकत में आते हुए अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ जमीन पर ही धरने पर बैठ गयीं और मांग करने लगी कि जिलाधिकारी स्वयं मौके पर आयें और इन समस्याओं का निवारण करें लेकिन उनके इस धरने का जिलाधिकारी पर कोई असर होता नही दिखाई दिया और उनके स्थान पर वहां नगर मजिस्ट्रेट पहुंचे जो उनकी बात सुनने का प्रयास कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सी एम ओ अरुण कुमार और सी एम एस डी के सिंह ने उन्हें तत्काल दरी की व्यवस्था करा दी है और सभी लोग धरने पर बैठ गये है।अस्पताल प्रशासन सांसद को समझाने बुझाने में जुटा हुआ है।यहां पर ये बात याद रखने की है कि बहराइच का ये जिला अस्पताल जो आदर्श चिकित्सालय के रूप में जाना जाता है लेकिन इसके बावजूद यहां मरीजों के लिए हमेशा सुविधाओं का अभाव देखा जाता रहा है।
।बीते दिनों सुविधाओ के अभाव में ही सैकड़ों बच्चों की मौते हो गयी लेकिन इसके बावजूद शासन और प्रशासन के जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं।जिला अस्पताल में जहां बाहरी दलालों का बोल बाला है वही यहां तैनात सभी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस में मस्त होते हुये सरकार की मंशा को पलीता लगा रहे हैं।इसके अलावा अस्पताल की इमरजेंसी में नौसिखिए डाक्टरों को बैठा कर अस्पताल प्रशासन जनता और उनके मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नही उठा रहा है और इन तमाम शिकायतों के आधार पर जब आज सांसद ने अस्पताल का मौका मुआइना किया तो वहां की स्थिति देख वह खुद को रोक नही पाई और अपनी नाराजगी में धरने पर बैठ गयीं।