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Friday, January 17, 2025

जिला पंचायत में पहली बार खुला सपा का खाता


हाथरस : जिला पंचायत में सदस्य भले ही सपा से चुनकर जाते रहे हों, मगर अध्यक्ष पद पर खाता पहली बार खुला है। अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार को हुए उपचुनाव में सपा की ओमवती यादव विजयी हुईं। उन्होंने सीधे मुकाबले में बसपा के रामेश्वर उपाध्याय को एक वोट से हराया। वैसे संयुक्त खेमे में 15 सदस्य साथ दिखे, मगर वोट 13 मिले। बसपा खेमे में दस सदस्य थे, मगर रामेश्वर ने वोट 12 पाए।

हाथरस जिले का सृजन 3 मई 1997 में हुआ था और पहली बार जिला पंचायत का चुनाव 1998 में हुआ। शुरू में जिला पंचायत में भाजपा का वर्चस्व रहा, मगर फिर बसपा का कब्जा हो गया। अब ओमवती यादव के रूप में पहली बार अध्यक्ष की कुर्सी सपा के हाथ लगी है। हां, सपा के सदस्य जरूर चुनकर जिला पंचायत पहुंचते रहे हैं। मंगलवार को हुए उपचुनाव में ओमवती को कुल 25 मतों में से 13 वोट मिले। बसपा के रामेश्वर उपाध्याय ने 12 वोट पाए। मतदान के लिए कलक्ट्रेट स्थिति जिलाधिकारी न्यायालय परिसर में बने मतदान कक्ष में तगड़ी व्यवस्थाएं की गई थीं। सपा व बसपा समर्थकों के बैठने के लिए अलग-अलग तंबू लगाकर प्रबंध किए गए थे। मतदान के नियत समय पूर्वाह्न 11 बजे तक सपा प्रत्याशी ओमवती यादव के साथ 13 सदस्यों ने प्रवेश किया। उनकी सघन तलाशी के बाद अंदर प्रवेश दिया गया। इसके साथ ही बसपा के प्रत्याशी रामेश्वर उपाध्याय अपने भाई विनोद उपाध्याय व 8 अन्य सदस्यों के साथ अंदर पहुंचे। सपा प्रत्याशी के दो वोट पुष्पेंद्र चौधरी व विजेंद्र ¨सह बाद में पहुंचे। इनको भी जांच के बाद अंदर भेज दिया गया। इस दौरान कलक्ट्रेट के सामने मथुरा-बरेली मार्ग पर यातायात रोक दिया गया था और वाहनों को दूसरे मार्गों से गुजारा गया। सभी सदस्यों के अंदर पहुंचने पर मथुरा-बरेली मार्ग पर हल्के वाहनों को आने-जाने की अनुमति दी गई। दोनों ही प्रत्याशियों के समर्थक कलक्ट्रेट से 200 मीटर दूर मार्ग के दोनों छोरों पर डेरा जमाए रहे। सपा खेमे में वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन, पूर्व विधायक यशपाल ¨सह चौहान, पूर्व विधायक गेंदालाल चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष भोला यादव, वरिष्ठ नेता रामनारायण काके आदि डेरा जमाए थे तो बसपा खेमे में दिग्गज नेता पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय, पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय अपने समर्थकों के साथ मौजूद थीं।

निर्वाचन अधिकारी अमित कुमार ¨सह ने मतदान से पूर्व दोनों शिविरों में पहुंचकर मतदान की बारीकियां समझाईं। इसके बाद पहले बसपा के सदस्यों ने मतदान किया। फिर सपा समर्थकों ने वोट डाले। दोपहर साढ़े बारह बजे तक सभी वोट डाले जा चुके थे। मतगणना ठीक तीन बजे शुरू हुई और दस मिनट में परिणाम घोषित हो गया। इसके बाद पहले बसपा प्रत्याशी रामेश्वर उपाध्याय बाहर निकले और अपने समर्थकों के बीच पहुंच गए। जीत का प्रमाण पत्र लेने के बाद ओमवती यादव बाहर निकलीं। उन्हें एक गाड़ी में सुरक्षित बैठाने के बाद उनकी सुरक्षा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। दो सौ मीटर की परिधि पर खड़े समर्थकों ने उनकी गाड़ी देखते ही नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद उनका काफिला नेताओं के बीच पहुंचा, जहां जीत पर एक दूसरे को बधाई दी। इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने वाहनों को कतार से आगे बढ़ा दिया।

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