*इं. सनत तिवारी,*
*संवाददाता,इटावा।*
*जिला प्रशासन एवं पुलिस की लापरवाही के चलते 1 गांव के 30 से अधिक घर हुए जलकर खाख ।,*
*उत्तर प्रदेश के इटावा में पुलिस और जिला प्रशासन की लापरवाही का दौर समाप्त होने का नाम नही ले रहा है।ताजा मामला इटावा के बढ़पुरा थाना क्षेत्र के ग्राम अस्वा कक्षार का है जहाँ एक गाँव मे भीषण आग लग गयी।*
*आग लगने पर ग्रामीणों ने पुलिस एवं फायर ब्रिगेड को सूचना दी।लेकिन 3 घंटे तक घटनास्थल पर कोई नही पहुंचा।पुलिस एवं फायर ब्रिगेड की गाड़ियां 3 घंटे बाद ग्राम अस्वा कछार पहुँची।*
*आग पहले 1 घर मे लगी थी,देखते ही देखते आग पूरे गांव में फैल गयी और आग ने 1 भयावय रूप ले लिया,गाँव वालों ने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन पानी के अभाव के चलते आग पर काबू नही पा सके। आग इतनी भयावह थी लगभग 50 मवेशियों समेत 30 से ज्यादा घर जलकर राख हो गया,गरीमत यह रही कि गाँव के लोग समय पर घरों के बाहर निकल गए ओर अपने आप को सुरक्षित कर लिया।*
*ग्रामीणों में त्राहि त्राहि मच गयी,अफरा तफरी का माहौल बन गया।कोई मवेशियों को बचाने में लगा तो कोई घर के समान को गली में फेंक रहा ताकि आग से बच सके।*
*लेकिन आग इतनी भयानक रूप ले चुकी थी कि सबके रोंगटे खड़े हो गए,सब कुछ जल चुका था,लगभग 30 से ऊपर घर ऐसे थे जो आग की लपटों में पूरी तरह जलकर राख हो गए थे,उनके घरों का सामान और उनके मवेशी आग की चपेट में आ गए। इस घटना में उनकी जरूरतों का सामान समेत,घर का राशन भी आग की भेंट चढ़ गया,जिससे गांव वालों पर खाने पीने की चीजो का भी संकट मंडरा रहा है।*
*वही देरी से पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियां गाँव वालो के लिए अब किसी काम की नही थी क्योंकि उनकी जरूरत का हर समान जलकर खाख हो चुका था।*
*जब हमारे संवाददाता ने गांव के लोगो से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि इतने बड़ी घटना को होने से बचाया जा सकता,स्थानीय लोगो ने यह भी आरोप लगाया कि जब एक घर से आग लगनी शुरू हुई तो फायर ब्रिगेड को सूचना दी गयी,लेकिन खोखले वादों का दम भरने वाली उत्तर प्रदेश की फायर ब्रिगेड घटना के सूचना देने के 3 घंटो बाद भी नही पहुंच पाई*।
*लापरवाही का आलम यह है कि पुलिस भी करीब सूचना मिलनेे के 3 घंटे बाद पहुंची*
*लेकिन फायर ब्रिगेड के पहुंचने तक पुलिस भी तमाशदीन बनी रही।आग लगने के 3 घंटे बाद फायर ब्रिगेड का पहुचना बहुत ही गंभीर मुद्दा है।पुलिस और जिला प्रशासन की इस शर्मनाक लापरवाही के चलते 1 गाँव धू धू कर जल गया,ओर प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठा रहा।जिला प्रशासन और पुलिस की लापरवाही की चूक से पूरा गांव जलकर वरबाद हो गया,ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच जाती तो ये गाँव तबाह होने से बच जाता।स्थानीय लोगो में आक्रोश का माहौल है।*
*वही घटनास्थल पर पहुंचे उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ व क्षेत्राधिकारी नगर डॉ अंजनी कुमार चतुर्वेदी की दिशानिर्देशन में काफी मशककत के बाद फायर ब्रिगेड की 2 गाड़ियों द्वारा आग को संतुलित अवस्था मे लाया गया और आग बुझा दी गयी।*
*उपजिलाधिकारी ने ग्रामीणों को मुआवजा दिलवाने की बात कही वही क्षेत्राधिकारी अंजनी चतुर्वेदी ने ग्रामीणों के लिए खाना व आवश्यक खाद्य पदार्थ की उचित व्यस्था मुहैया कराने की बात कही है।*
*घटनास्थल पर पहुँचकर सदर विधयिका सरिता भदौरिया उन लोगों के बीच पहुंची जिनका आग में जलकर सबकुछ तबाह हो गया था,विधायिकाने उनके दुख को सांझा किया एवं सभी ग्रामीणों को उचित मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया।*