जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र गोड़हिया न. 01 को मिली प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की सौगात,,,,,,
बहराइच :(अब्दुल अजीज)NOI:- जनपद की तहसील कैसरगंज अन्तर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्र गोड़हिया न. 01 में मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत कार्यदायी संस्था उ.प्र. राज्य निर्माण सह.संघ लि. द्वारा रू. 138.31 लाख की लागत से निर्मित होने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का मुख्य अतिथि प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने विधिवत पूजा अर्चना के बीच शिलान्यास किया। इस अवसर पर आयोजित पौधरोपण/पौध वितरण कार्यक्रम के दौरान सहकारिता मंत्री ने मौजूद अन्य अधिकारियों व गणमान्य जन के साथ पौध रोपण किया तथा लगभग 5000 लोगों को सहजन, अमरूद व नीम के पौध का वितरण भी किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सहकारिता मंत्री ने कहा कि उनका प्रयास है कि बाढ़ से प्रभावित इस क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा व आवागमन की सुविधाओं का विस्तार हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा से निर्मित होने वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से इस क्षेत्र के लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होंगी। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश गौरव के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास के एजेण्डे पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज सभी जगहों पर खाद, बीज व पानी के माकूल बन्दोबस्त किये जा रहे हैं साथ ही किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य भी दिलाया जा रहा है ताकि किसानों की आमदनी दोगुनी हो सके।
श्री वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति अति संवेदनशील है। प्रदेश के मुखिया के नेतृत्व में ‘‘भारत छोड़ो आन्दोलन’’ की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में 09 अगस्त को वृक्षारोपण महाकुम्भ का आयोजन कर 22.00 करोड़ पौधों का रोपण किया गया। उन्होंने कहा कि जनपद बहराइच दूसरे अन्य जनपदों की अपेक्षा ज्यादा हरा भरा है जिसका मुख्य कारण यहाॅ के लोग पौधरोपण के प्रति हमेशा से संवेदनशील रहे हैं। श्री वर्मा ने लोगों का आहवान किया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए उपलब्ध स्थान पर अधिक से अधिक पौध रोपित करें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उद्यान विभाग के योजना प्रभारी आर.के. वर्मा ने बताया कि वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि सहजन की एक ग्राम फली में नारंगी से चार गुना बिटामिन सी, गाजर से चार गुना विटामिन-ए, दूध से चार गुना अधिक कैल्शियम, योगटार्ट से दो गुना अधिक प्रोटीन, जई से चार गुणा अधिक रेशा तथा पालक से दो गुणा अधिक आयरन पाया जाता है। विधानसभा संयोजक गौरव वर्मा ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि औषधीय पौधे अपनी मेडिकल प्रापर्टीज़ के साथ-साथ पर्यावरण का संरक्षण प्रदान करने में भी अत्यन्त उपयोगी हैं। उन्होंने बताया कि ‘‘सहजन’’ मात्र एक पौध नहीं बल्कि अपने गुणों के कारण संजीवनी के समान है। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में पौध रोपित करने का आहवान किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पीआरओ कौशलेन्द्र प्रताप सिंह ने सहकारिता मंत्री के प्रयासों से क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन शिवानन्द सिंह ने किया। इस अवसर पर अधि.अभि. उ.प्र. राज्य निर्माण सह.संघ लि. अखिलेश शुक्ला, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जयन्त कुमार, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अनिल कुमार व अन्य सम्बन्धित अधिकारी, गजेन्द्र सिंह, शिवसहाय सिंह सहित अन्य गणमान्यजन तथा बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।