नरेंद्र मोदी और उद्धव ठाकरे
मुंबई
बीते कई दिनों से महाराष्ट्र में बीजेपी की खिलाफत कर रही शिवसेना ने एक बार फिर अपने मुखपत्र सामना के जरिए भारतीय जनता पार्टी और पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार पर निशाना साधा है। केंद्र को जुमलों की सरकार बताते हुए शिवसेना ने लिखा है कि जुमलों के इस जुल्म का विस्फोट 2019 में होगा और जनता बीजेपी को इसका जवाब देगी।
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सामना में लिखी संपादकीय के जरिए शिवसेना ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि हिन्दी में एक कहावत है कि जो लोग गरजते हैं, वह बरसते नहीं हैं। मौजूदा सत्ताधारियों पर यह कहावत बिल्कुल सटीक रूप से लागू होती है।
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शिवसेना ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि असीमित घोषणाओं और जुमलेबाजी के कारण लोग परेशान हो चुके हैं। बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने जब देश के किसानों से संवाद स्थापित किया था तो लोगों को उम्मीद थी कि इसमें कुछ नया होगा, लेकिन पीएम ने सिर्फ इतना कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर दी जाएगी।
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शिवसेना ने सवालिया लिहाज में कहा कि बीजेपी ने 2014 के चुनाव में भी ऐसा ही वादा किया था, ऐसे में इसमें नया क्या है।
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‘किसान की खेती कोमा में चली गई’
शिवसेना ने कहा कि केंद्र के इसी वादे पर किसानों ने बीजेपी के सांसदों की संख्या को दोगुना कर उन्हें सत्ता में भेजा था। इस दौरान बीजेपी की फसल तो लहलहा गई लेकिन देश का किसान और उसकी खेती कोमा में चली गई। किसान जहां था, आज भी वह उसी जगह है।
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शिवसेना ने कहा कि सरकार का चार साल से अधिक कार्यकाल बीत गया है और 2014 से अब तक 40 हजार किसानों ने आत्महत्या की है।
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इन सब के बावजूद भी इसपर विचार ना करते हुए सरकार जुमले दोहरा रही है और इन जुमलों के जुल्म का विस्फोट 2019 में होगा। बता दें कि शिवसेना ने इससे पहले भी सामना की संपादकीय में जमकर बीजेपी की खिलाफत की थी। इसके अलावा पार्टी ने महाराष्ट्र के उपचुनाव में बीजेपी के खिलाफ प्रत्याशी भी उतारे थे।
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