लखनऊ, दीपक ठाकुर। ट्रेन में सुधार और यात्रियों को बेहतर सुविधा देने का वादा करने वाली हमारी भारतीय रेल सुधरने का नाम ही नही ले रही ना जाने क्या कारण है कि कोई भी सरकार रेल के सफर को तय समय सीमा में बांध ही नही पा रही सरकार बस नई घोषणाएं कर के अपनी ज़िम्मेदारी से मुक्त हो जाती और यात्रियों को सुविधा की बजाए सरदर्दी थमा जाती है।
हम मौजूदा सरकार की ही बात कर लें तो यहां हमारे प्रधानमंत्री जी ने बुलेट ट्रेन लाने की बात कर लोगों को खुश तो कर दिया पर जो स्थिति चल रही है उसमें सुधार की कोई बात नही की गई हैं जो किया गया वो इतना बुरा के यात्री उससे आजिज़ हैं जैसे अब आपकी बोगी कौन है ये ट्रेन चलने से 4 घण्टे पहले बताया जाएगा आपका सुविधा शुल्क बढ़ाया जाएगा पर सुविधा नही दी जाएगी इसी कारण वश हमारे रेल मंत्री जी का रिपोर्ट कार्ड भी गड़बड़ हो गया था मतलब एक सर्वे में वो फेल करार ढ़िये गए थे।
अब जानिए इनका असल खेल की ये साहब मौके पे चौका कैसे मारते हैं हर त्योहार या गर्मी की छुट्टियों में उसी पुरानी गाड़ी को स्पेशल का नाम दे कर यात्रियों से अधिक पैसा लिया जाता है जबकि गाड़ी की कंडीशन और उसकी स्थिति स्पेशल के नाम पे कलंक साबित होती है भुक्तभोगी हूँ इसी लिए कटुवचन निकल रहे हैं बुरा लगे तो भावनाओ को समझने का प्रयास कीजियेगा क्योंकि हमारी मंशा आपके काम को खराब कहने की नही बल्कि ये बताने की है कि यात्रियों को सुविधा देने में आप शून्य हैं उस पर गम्भीरता से काम करिये।
आज का वाक्या भी सुन लीजिए गाड़ियों की लेट लतीफी का मुझे मुम्बई जाना था आज यानी 7 जून को तो गाड़ी में रिजर्वेशन कराने पे पता चला कि जो चल रही हैं वो तो फुल हैं स्पेशल चलाई जा रही है उसमें कर देता हूँ कम समय मे पहुंच जाएंगे बस लखनऊ से मुम्बई के बीच 9 ही स्टॉपेज हैं सुन के बड़ा अच्छा लगा ज़्यादा पैसे दे कर स्पेशल का टिकट भी ले लिया पर जब 7 तारीक़ यानी आज स्टेशन जाने की तैयारी कर ली तो पता चला कि 3 बजे दोपहर में चलने वाली ये गाड़ी जिसका नंबर 02112 है ये साढ़े आठ घण्टा विलंभ से चलेगी मतलब 11:30 पर वो भी शायद क्योंकि जो 02111 मुम्बई से चल कर यहां पहुंचेगी वही 13 घण्टे देरी स चल रही है और वही गाड़ी यहां पहुंचने पर 02112 बन के जाएगी तो आप ही बताइये ना कोहरा ना ही कोई आपदा तो काहे लेट हो रही है स्पेशल ट्रेन अरे स्पेशल को रहने दीजिए बाकी कौन सी समय की पाबंद हैं।
बस अब बहुत बदनामी कराली आप लोगों ने भारतीय रेल की अब जो है उसी को सही से चलाने का प्रबंध कीजिये विदेशों की नकल के बजाए अपने देश की ट्रेनों पर ध्यान लगाइये तो यही हमारे लिए काफी होगा हमको बुलेट ट्रेन नही चाहिए बस जो है उसी को अच्छी से अच्छी सुविधा के साथ समय का पाबंद कर दीजिए इतनी ही गुजारिश है आपसे।