
विमल किशोर
जब बे ज़ुबान जानवर आतंक का परियाय बन जाये तो उसे खुले आम घूमने देना अपनी ही जान से खिलवाड़ करने के समान है ऐसा ही कुछ रिस्क लालकालोनी इन दिनों हर रोज़ दिखाई देता है।यहाँ पर आवारा कुत्तों का ऐसा आतंक है कि हर राहगीर उसका शिकार आएदिन हो रहे हैं जब भी आप कॉलोनी से बाईक या पैदल गुज़रते हैं तब ये कुत्ते आपको दौड़ा कर चोटिल करने और काटने का पूरा प्रयास करते हैं इनके दौड़ाने से आदमी दहशत में आ जाता है जिससे कई बार वो खुद ही बुरी तरह से चोटिल भी हो जाता है।

नगर निगम ने इस क्षेत्र में इन आवारा कुत्तों की धरपकड़ की कोशिश तो बहुत की लेकिन उनकी कोशिश को इसी क्षेत्र के सेक्टर वार्डेन ने सफल नही होने दिया यहां के सेक्टर वार्डेन को इन कुत्तों से विशेष लगाव रहता है लेकिन बात ये समझ मे नही आती की जब आपका लगाव किसी को घाव देता है तब आपकी क्या ज़िम्मेदारी होती है।क्षेत्रवासियों ने हमे बताया कि इस पूरे मोहल्ले में कालोनी के पार्क से लेकर रानी कोठी तक आवारा कुत्तों की एक फौज है जो अपने शिकार को हमेशा तलाशती रहती है।

लोगों ने बताया कि इन आवारा कुत्तों की वजह से उनके बच्चे पार्क में खेलने तक नही जा पाते और ना ही अपने मोहल्ले में अकेले घूम सकते हैं सभी का कहना था कि लालकालोनी में कुत्तों का ऐसा आतंक है जिससे सभी लोग सहमे हुए रहते हैं।लोगों ने बताया कि इसकी शिकायत कई बार की गई लेकिन कुछ लोगो की जिद्द के चलते विभाग अपना काम किये बिना ही लौट जाता है जिससे वो और भी ज़्यादा परेशान रहते हैं।
