नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआइ का आरोपपत्र दाखिल होने के बाद भाजपा ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से इस्तीफा मांगा है। इस्तीफा नहीं देने की स्थिति में भाजपा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से वीरभद्र सिंह को हटाने को कहा है। इस्तीफे पर दबाव बनाने के लिए भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर प्रदर्शन किया और गिरफ्तारियां दीं।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भूपेंद्र यादव ने वीरभद्र सिंह के मुद्दे पर राहुल गांधी की मौन पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें वीरभद्र सिंह की किसानी का गुप्त फार्मूला सभी को बताना चाहिए। आखिर कैसे वीरभद्र सिंह के बगान से छह करोड़ के सेव का उत्पादन हो गया और उन्हें स्कूटर और मोटरसाइकिल पर मंडियों में पहुंचा भी दिया। भूपेंद्र यादव ने कहा कि वीरभद्र सिंह की केंद्रीय स्टील मंत्री रहते हुए की गई काली कमाई को सेव के बगान से हुई कमाई दिखाना देश के किसानों का अपमान है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाती है, तो यह साबित हो जाएगा कि वह देश में भ्रष्टाचार को बचाने वाली एक मात्र पार्टी बची है।
वीरभद्र सिंह मामले में दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह साबित हो गया है कि उनके खिलाफ सीबीआइ जांच के पीछे कोई राजनीतिक द्वेष नहीं था। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में साफ कर दिया है कि सीबीआइ को वीरभद्र सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है और उसकी पूरी कार्रवाई कानून सम्मत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ माहौल बन गया है। लेकिन कांग्रेस अब भी नैतिकता के संकट से जूझ रही है।