तुलसीपुर (बलरामपुर) :
एक प्रतिष्ठित शेयर कंपनी का बैनर लगाकर जालसाज द्वारा लोगों के लाखों रुपये ठग लेने का मामला प्रकाश में आया है। खुद को ठगे जाने का जबतक लोगों को अहसास होता। वह कार्यालय बंद करके रफूचक्कर हो गया। लोगों ने थाने पर गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। थकहार कर अब न्यायालय की शरण ली है।
पीड़ित राजेंद्र पाल ने बताया कि वर्ष 2010 में लाल चौराहा पर बीपी शेयर कंपनी का कार्यालय खुला था। उसमें एजेंट के रूप में पुरानी बाजार निवासी शैलेष कुमार श्रीवास्तव ने लोगों से मिलकर डीमेट खाता खुलवाने की सिफारिश की। उन्होंने बताया कि यहीं का निवासी होने के कारण बिना छानबीन किए खाता खुलवाने के लिए पैसा जमा करना शुरू कर दिया। आरोप है कि उसने न खाता खोला और न शेयर ही खरीदा। झांसा देते हुए उसने विभिन्न तिथियों में उससे 2000, 38705, 33155 व 17000 रुपये कुल मिलाकर एक लाख 34 हजार 759 रुपये जमा कर लिया। पासबुक मांगने पर टालमटोल करता रहा, रुपये की रसीद अलबत्ता उसने मुहर सहित दी है। इसी तरह शुगर फैक्ट्री में स्टोर मैनेजर का 45000 रुपये, शुगर फैक्ट्री के ही दीपक पाराशर के 30000, केशव ठाकुर के 23000, राहुल सोनी का एक लाख बीस हजार रुपये व संजय सोनी ने 27000 रुपये जमा कराए। इन्हें भी पासबुक व अन्य कागजात नहीं दिया गया। पासबुक देने का जब दबाव बढ़ा तो वह कार्यालय बंद कर फरार हो गया। पीडि़तों ने जब उक्त कंपनी से संपर्क साधा तो बताया गया कि तुलसीपुर में उसकी कोई शाखा नहीं है। असलियत का पता चलते ही लोगों ने थानाध्यक्ष व पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपनी व्यथा बताई। कार्रवाई न होते देख न्यायालय की शरण ली है। थानाध्यक्ष एसके राय ने मामले से अनभिज्ञता जताई है।