एजेंसी। घर में काम करने वाली नौकरानी और उसकी नाबालिग बेटी से अवैध संबंध बनाना दंत चिकित्सक ओसवार्ड एंथनी को महंगा पड़ा। किशोरी ने प्रेमी और दोस्त के साथ मिलकर डॉक्टर की लूटपाट करने के बाद हत्या करने की साजिश रच डाली।
किशोरी और उसके प्रेमी ने दोस्तों के साथ मिलकर सुनसान सड़क पर डॉक्टर की गाड़ी रुकवाई और ब्लेड से हमला कर दिया, जिसमें उनके हाथ की नस कट गई। खून देखकर नौसिखिए अपराधियों के पसीने छूट गए और वे भाग निकले। वाकया बुधवार रात दीघा थाना क्षेत्र के संत जेवियर्स कॉलेज के सामने हुआ।
डॉक्टर ने लड़की और उसके दोस्तों के खिलाफ थाने में शिकायत कर दी, जिसके बाद सभी हमलावर गिरफ्तार हो गए, लेकिन इस चक्कर में डॉक्टर की काली करतूतों की पोल भी खुल गई।
पुलिस के मुताबिक डॉ. ओसवार्ड एंथनी का घर की नौकरानी से अवैध संबंध था। इसकी जानकारी डॉक्टर के परिवारवालों को हुई तो उन्होंने उसे काम से हटा दिया। इसके बावजूद डॉक्टर का उस महिला से मिलना-जुलना लगा रहा। धीरे-धीरे डॉक्टर ने उसकी बेटी को भी झांसे में ले लिया।
करीब एक साल से डॉक्टर किशोरी का यौन शोषण कर रहे थे। ये बात जब किशोरी के प्रेमी मो. अफरोज (मार्सल बाजार, दानापुर) को पता चली तो वह आग-बबूला हो गया। किशोरी ने उसे बताया कि डॉक्टर उस पर मोटी रकम खर्च करते हैं। उनके पास एक बैग होता है, जिसमें वे रुपये लेकर क्लीनिक से घर लौटते हैं।
अफरोज ने डॉक्टर को रास्ते से हटाने के साथ लूटने की साजिश रच डाली, जिसमें उसने दोस्त मो. मोनू (नासरीगंज, पठान टोली, दानापुर) को शामिल किया। उसे एक हजार रुपये देने की बात कही गई थी।
प्लान के तहत किशोरी ने अपनी मां के मोबाइल से फोन करके डॉक्टर को बुलाया और कार से साथ में उनके घर जाने लगी। संत जेवियर्स कॉलेज के सामने मोनू और अफरोज पहले से मौजूद थे। उन्होंने कार रुकवाई और अंदर बैठ गए।
पहले अफरोज ने डॉक्टर के सामने प्रेमिका को पीटा, फिर उनसे हाथापाई शुरू कर दी। आवेश में आकर अफरोज ने जेब से ब्लेड निकाली और डॉक्टर के बाएं हाथ की नस काट दी। शोर-शराबा सुनकर लोग दौड़ पड़े। साथ ही हमलावर भी खून देखकर बौखल गए और वे भाग निकले।
सूचना मिलते ही कोतवाली डीएसपी डॉ. मो. शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में दीघा थानाध्यक्ष गोल्डन कुमार और राजीव नगर थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार की टीम गठित की गई। टीम ने मुखबिरों की मदद से अफरोज, मोनू और किशोरी को दबोच लिया। तब सच से पर्दा उठा।
पुलिस को दिए गए बयान में लूट और हत्या का प्रयास करने की आरोपी ग्यारहवीं की छात्रा ने कहा कि डॉ. ओसवार्ड एंथनी ने पहले अच्छी तालीम और फिर नौकरी दिलाने के नाम पर उसका यौन शोषण किया। वह गरीब घर से है। डॉक्टर उसकी मां की सभी जरूरत पूरी करते थे।
जब वह 13 साल की हुई तो डॉक्टर उसके लिए कीमती कपड़े, सैंडिल आदि तोहफे लाने लगे। उसने बड़े स्कूल में पढ़ाई करने की इच्छा जताई तो डॉक्टर ने आशियाना-दीघा रोड स्थित एक नामी स्कूल से उसका दाखिला करवा दिया। इसके बदले डॉक्टर उसके शरीर के साथ खेलते रहे। डॉक्टर ने उससे वादा किया था कि वह उसे अच्छी नौकरी भी दिलवा देंगे।
यह भी पढ़ें:
हालात के कारण वह डॉक्टर की हर हरकत सहन करती रही, लेकिन वह अफरोज से प्यार करती थी। डॉक्टर के चालक ने उसके अवैध संबंध की जानकारी अफरोज को दे दी, जिसके बाद झगड़े होने लगे। अफरोज ने डॉक्टर से दो लाख रुपये भी मांगे थे, लेकिन वह देने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद उसने लूट और हत्या की साजिश रच डाली। अफरोज ने डॉक्टर की नस काटकर हत्या के लिए दस रुपये में सर्जिकल ब्लेड खरीदा था, ताकि पुलिस उनकी मौत को सुसाइड मान ले।
यह भी पढ़ें:
कहा- पटना एसएसपी मनु महाराज ने
अवैध संबंध के कारण डॉ. ओसवार्ड एंथनी पर हमला हुआ। हमलावरों को गिरफ्तार करने के साथ डॉक्टर से लूटे गए दो मोबाइल, एक हजार रुपये, चाबी का गुच्छा और एटीएम कार्ड बरामद कर लिया गया है। किशोरी की लिखित शिकायत पर डॉक्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।