सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अंकुर तिवारी/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर- रेउसा बिकास क्षेत्र के थानगांव इलाके में लगभग 27 किलोमीटर की परिधि में कोई गेंहू क्रय केंद्र नही है।सरकारी गेहूं क्रय केंद्र न होने तथा इलाके कभी साधन सहकारी समिति बन्द होने से किसानों में रोष व्याप्त है।जिस कारण किसान लेवी के दलालों के माध्यम से औने-पवने दामो में अपना गेहूं बेचने को मजबूर नजर आ रहा है। स्थानीय किसान वेचेलाल,अच्छे लाल,आदि लोगो का कहनाम है कि पिछली सरकारो में तो क्षेत्र में कही न कही केंद्र खुल जाता था।जिससे किसानों को अपनी फसल बेचने में सुबिधा होती थी।खून पशीने की फसल का थोड़ा-बहुत लाभ मिल जाता।लेकिन किसानों की आय दोगुनी करने का दावा करने वाली योगी सरकार में किसान अपनी फसल को उचित कीमत में भी नही बेंच पाए है।थानगांव इलाके की साधन सहकारी समिति तरसेउरा में ,थौरा गंगापुरवा में व थानगांव में अभी तक बंद पड़ी है।जबकि तरसेउरा में क्रय केंद्र बदहाल एवं क्षतिग्रस्त पडा हुआ है। इन साधन सहकारी समितियों के अंतर्गत थानगांव, जगदीशपुर,जोगापुर, चैनपुरवा,मगदापुर, वैन सोहलिया,परसिया, थौरा,गंगापुरवा,रंडाकोडर, मुजेहन, गोड़ापुरवा,मियांपुरवा,धमौडा ,चकदहा, नसीरपुर देवरिया सहित सैकड़ों गांव आते है।कही भी गेहूँ खरीदने के लिए क्रय केंद्र नही खोला जा रहा है।जिससे सैकड़ों गाँव के किसानों को अपने गेहूँ का उचित दर पर बेचने का संकट उत्पन्न हो गया है।गरीब किसान बाढ़ व अग्निकांड से किसी तरह अपना अनाज बचा पाता है तो उसको फसल का उचितदर नही मिल पा रहा है छोटे गरीब किसान अधिक किराया भाड़ा लगाकर ज्यादा दूरी पर भी अपनी फसल बेचने नही जा सकते है।जिससे किसानो को औने पौने दामो में बेचना पड़ रहा है। वही जुम्मेदारो से सम्पर्क जानकारी हेतु सम्पर्क किया गया।तो मोबाइल नाट रिचेवेल गया।बात नही हो सकी।
ये है।किसान।