अपने तालिबानी बयान पर बवाल मचता देख केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने यू टर्न ले लिया है. उन्होंने साफ मना कर दिया है कि मैंने तो ऐसी कोई भी बात नहीं कही. गौरतलब है कि शिंदे ने कुछ मीडिया चैनलों पर गलत प्रचार करने का आरोप लगाते हुए उन्हें कुचल डालने की धमकी दी थी. उन्होंने मीडिया के एक वर्ग पर आरोप लगाया कि वह कांग्रेस पार्टी के खिलाफ दुष्प्रचार करके उसे अनावश्यक रूप से भड़का रहा है.
गृह मंत्री ने यह विवादित बयान रविवार शाम अपने लोकसभा क्षेत्र शोलापुर में आयोजित कांग्रेस युवा मेले के दौरान दिया था. अपने संबोधन में शिंदे ने आरोप लगाया कि पिछले चार महीने से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का एक धड़ा उनके और उनकी पार्टी के बारे में खबरों में छेड़छाड़ कर रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर तत्काल इस तरह की खबरों को नहीं रोका गया तो ऐसे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को कुचल दिया जाएगा.
शिंदे ने कहा, ‘इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बड़े स्तर पर जो हो रहा है मैं उससे वाकिफ हूं. पिछले चार महीने में मीडिया ने हमें (कांग्रेस) भड़काने की कोशिश की है. हम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ऐसे तत्वों को कुचल देंगे जो दुष्प्रचार में लिप्त हैं और जो ऐसा करना बंद नहीं करते.’
उन्होंने आगे कहा, ‘कुछ लोग बैठे-बैठे खुराफात करते हैं. सरकार का खुफिया विभाग मेरे अधीन आता है. मुझे पता है कि कौन इस तरह की चीजें कर रहा है और क्या हो रहा है. इसके पीछे कुछ ताकतें हैं.’ शिंदे का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया द्वारा लोकसभा चुनाव से पूर्व कराए गए सर्वेक्षणों में कांग्रेस की हार का अनुमान लगाया गया है.
मीडिया को गृह मंत्री की नसीहत
गृह मंत्री शिंदे ने मीडिया को धमकी के साथ ही नसीहत भी दी है. उन्होंने कहा है कि मीडिया को सकारात्मक खबरों पर जोर देना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘देश की जनता उन लोगों को स्वीकार नहीं करेगी जो समाज में अव्यवस्था फैलाकर देश को बांटना चाहते हैं. जो अच्छी बातें हैं वो समाज के सामने रखना चाहिए. तब कोई भी आपकी प्रशंसा करेगा, अभिनंदन करेगा.’ शिंदे ने आगे कहा कि वोट के लिए अगर किसी को बदनाम किया जाता है, कोई घटना को गलत तरीके से बताकर समाज का माहौल खराब किया जाता है, सांप्रदायिक दंगल भड़काया जाता है तो देश्ा इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.