नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन में जारी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच तेजस्वी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर चर्चा हुई है। समझा जाता है कि इस बैठक के दौरान नीतीश ने राहुल से साफ कहा है कि सार्वजनिक जीवन में शुचिता और शुद्धता का ख्याल रखना ही होगा। जदयू प्रमुख के इस रुख से साफ है कि तेजस्वी के इस्तीफे की मांग का अध्याय अभी बंद नहीं हुआ है। राजनीतिक रुप से सबसे अहम राहुल से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रात्रि भोज में भी शामिल हुए।
सूत्रों के अनुसार बेशक सियासी विवाद का विषय बने तेजस्वी के इस्तीफे पर नीतीश-राहुल की बैठक में तत्काल कोई निर्णायक फैसला नहीं लिया गया। मगर दोनों नेता सिद्धांत रुप से इस बात से सहमत थे कि महागठबंधन को बचाए रखने की सबकी बराबर की जिम्मेदारी है। राहुल गांधी के 12 तुगलक लेन स्थित सरकारी निवास पर नीतीश और राहुल की करीब 40 मिनट की मुलाकात के दौरान शुरू के दस मिनट कांग्रेस के प्रभारी महासचिव सीपी जोशी मौजूद रहे। मगर इसके बाद करीब आधे घंटे की नीतीश-राहुल की वार्ता के दौरान कोई मौजूद नहीं था। इसीलिए दोनों की वार्ता का विस्तृत ब्यौरा सामने नहीं आया। मगर कांग्रेस और जदयू के शीर्ष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तेजस्वी प्रकरण पर चर्चा के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों पर नीतीश ने कोई समझौता नहीं करने का अपना रुख साफ किया।
जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि इस बात का ध्यान रखना होगा कि यूपीए दो में क्या हुआ? साफ तौर पर त्यागी ने यूपीए दो के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से पिछले चुनाव में उसकी करारी शिकस्त की ओर इशारा किया। गठबंधन ठीक से चले इसकी जिम्मेदारी तीनों दलों की है। त्यागी के इस बात से भी स्पष्ट है कि तेजस्वी के इस्तीफे का अध्याय अभी बंद नहीं किया है।
सूत्रों ने बताया जाता है कि राहुल और नीतीश के बीच इस मसले पर सहज सैद्धांतिक सहमति दिखी। हालांकि राजद प्रमुख लालू प्रसाद की राजनीतिक अहमियत को देखते हुए इस्तीफा विवाद का समाधान आपसी संवाद के जरिए निकालने की गुंजाइश तलाशने पर राहुल ने जोर दिया। समझा जाता है कि दोनों के बीच महागठबंधन से आगे राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक विपक्षी गठबंधन पर भी बात हुई। इस दौरान राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी गठबंधन की दशा-दिशा और कार्यक्रमों को लेकर भी चर्चा हुई।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने कुछ दिनों पहले साफ कहा था कि विपक्ष को एनडीए-भाजपा या पीएम मोदी को चुनौती देनी है तो फिर उनके एजेंडा पर प्रतिक्रिया की राजनीति छोड़ अपना वैकल्पिक एजेंडा और कार्यक्रम लेकर जनता के बीच जाना चाहिए। समझा जाता है कि इसको लेकर भी दोनों में चर्चा हुई। उपराष्ट्रपति चुनाव में जदयू के विपक्षी उम्मीदवार के समर्थन के मद्देनजर इस पर भी बात हुई। राहुल से मुलाकात के बाद नीतीश ने निर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव से भी उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। इसके बाद नीतीश हैदराबाद हाउस में प्रणब मुखर्जी के लिए आयोजित पीएम के डिनर में शामिल हुए।