भारतीय जनता पार्टी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बर्खास्त कर देना चाहिए.
सीबीआई की ओर से तेजस्वी यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज़ होने के बाद से भारतीय जनता पार्टी उनके इस्तीफे की मांग कर रही है.
राष्ट्रीय जनता दल ने सोमवार को अपने विधायकों की बैठक बुलाई थी लेकिन इस बैठक में विधायकों ने तेजस्वी यादव के प्रति समर्थन जाहिर किया. पार्टी ने ये कहा कि तेजस्वी यादव पद नहीं छोड़ेंगे.
बैठक पर नज़र
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड मंगलवार को बैठक करने जा रही है.
इस बैठक के पहले सुशील मोदी ने बीबीसी से बातचीत में कहा, “राष्ट्रीय जनता दल से उम्मीद नहीं की जा सकती कि वो इस्तीफा देंगे. अब गेंद नीतीश कुमार के पाले में है और उनको तय करना है कि वो दागी मंत्री को अपने मंत्रिमंडल में रखेंगे और भ्रष्टाचार से समझौता करेंगे. उनकी सुशासन की सरकार होगी या किस तरह की सरकार होगी ये उनको तय करना है.”
मोदी ने कहा कि लालू यादव पर जब चारा घोटाले का आरोप लगा तो भी उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया और कहते रहे वो जेल में बैठकर सरकार चलाएंगे.
उन्होंने कहा, “मैं नीतीश कुमार को इतना ही याद दिलाऊंगा कि जीतन राम मांझी पर भ्रष्टाचार से जुड़ा एक आरोप था. उसे मुद्दा बनाकर आपने शपथ ग्रहण के चार घंटे बाद इस्तीफा ले लिया था. अब उन्हें निर्णय लेना है कि तेजस्वी यादव अगर इस्तीफा नहीं देते तो आप उन्हें बर्खास्त करें.”
‘गठबंधन तोड़ने की कोशिशें’
इस बीच जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद शरद यादव ने कहा है कि गठबंधन को तोड़ने की कोशिश की जा रही है.
उनके इस बयान पर सुशील मोदी ने कहा कि सीबीआई ने जिस मामले पर एफआईआर दर्ज़ की है ये मामला सबसे पहले शरद यादव ने उठाया था.
वो सवाल करते हैं, “2008 में शरद यादव ने जो मामला उठाया था, उस पर अगर कार्रवाई हो रही है तो इसमें बदले की भावना कहां है?”
नीतीश को समर्थन देने के सवाल पर सुशील मोदी कहते हैं कि इन चीजों के बारे में केंद्रीय नेतृत्व निर्णय करेगा.
सुशील मोदी दावा करते हैं कि अगर तेजस्वी यादव को बर्खास्त भी कर दिया जाए तो भी लालू यादव नीतीश सरकार को समर्थन देते रहेंगे.