आगरा। राज्यसभा जाने के लिए भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस पार्टी लगातार जद्दोजहद में है। राज्यसभा सांसद के लिए वोटिंग चल रही है। समाजवादी पार्टी ने आगरा में लंबे समय से किसी भी नेता को राज्यसभा में जाने के लिए टिकट नहीं थमाया है। आगरा जनपद में सपा को आखिरी सांसद के रूप में अभिनेता और नेता राजबब्बर चुने गए थे। इसके बाद आगरा से संसद में सपा से कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला।
भाजपा के पास है नौ विधायक दो सांसद
आगरा की बात करें तो यहां नौ विधानसभा सीटें हैं और दो संसदीय सीट हैं। आगरा सुरक्षित सीट पर डॉ.रामशंकर कठेरिया और फतेहपुरसीकरी सीट से चौधरी बाबूलाल भाजपा के सांसद है। वहीं नौ विधानसभा सीटों पर भाजपा के विधायकों ने इस बार जीत हासिल की थी। पिछले कुछ चुनावों में यहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को जीत नसीब नहीं हो सकी। विधानसभा चुनाव में महज एक सीट 2012 में मिली थी। वहीं लोकसभा चुनावों में करारी हार का सामना समाजवादी पार्टी को करना पड़ा। अखिलेश यादव ने अपने शासनकाल में रेबड़ी की तरह लालबत्ती बांटी थीं लेकिन, राज्यसभा के लिए किसी को नहीं भेजा।
इस बार भी सूखा नहीं हुआ खत्म
राज्यसभा सांसद के तौर पर आगरा में सपा का सूखा इस बार भी खत्म नहीं हो सका। आगरा से उम्मीद व्यक्त की जा रही थी कि एक नेता को अखिलेश यादव राज्यसभा के लिए भेजेंगे। लेकिन, अखिलेश यादव ने यहां से किसी को भी राज्यसभा नहीं भेजा।
आगरा से अखिलेश ने बना ली है दूरी
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि आगरा में विकास के वादे करने वाली निर्वतमान सपा सरकार ने अब आगरा से दूरी बना ली है। इसीके चलते आगरा जनपद से किसी नेता को राज्यसभा में नहीं भेजा गया। माना जा रहा है कि आगरा में जल्द ही कई नेताओं के पर भी कतरे जा सकते हैं। पिछले कुछ चुनावों में सपा को मिली करारी हार से सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दूरियां बनाई हैं।