शरद मिश्रा”शरद”लखीमपुर खीरी:NOI- एक दबंग युवक द्वारा बच्चों की पिटाई के मामले में दबंग युवक को पकडऩे पहुंची डायल 100 के दरोगा पर दबंग भारी पड़ गया। दरोगा की सर्विस रिवाल्वर छीन कर दबंग युवक ने दरोगा की पिटाई कर दी और फिर दरोगा पर रिवाल्वर तान दी। दरोगा के साथी पुलिसकर्मी यह देख कर वहां से भाग खड़े हुए, तो वहीं दरोगा ने अपनी जान बचाकर वहां से भागने में ही भलाई समझी। जिसके बाद पहुंची कोतवाली पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से युवक को पकड़ा।जानकारी के अनुसार निघासन कोतवाली क्षेत्र के गाँव मुर्गहा मेंमवेशी चराने गये गांव के दो मासूमों को गांव के ही एक दबंग युवक द्वारा पीट-पीटकर बेहोश किये जाने के मामले में पहुँचे यूपी 100 के दारोगा पर दबंग युवक भारी पड़ गया। युवक ने न केवल दरोगा के साथ मारपीट की बल्कि उनकी सर्विस पिस्टल भी छीनकर उनकी तरफ तान दी। पिस्टल के लाक होने से दरोगा की जान तो बच गयी। घटना की सूचना पर पहुँची कोतवाली पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से किसी तरह युवक को पकड़कर पिस्टल छीनकर दबंग को कोतवाली लाई। उसने रात में कोतवाली में इस कदर गदर काटा कि पुलिस उसको फिर वापस उसके घर छोड़ आयी। यूपी 100 के दारोगा ने अपने साथ ऐसी किसी घटना से इंकार किया है। उधर युवक की पिटाई से बुरी तरह जख्मी आठ साल की बच्ची को सीएचसी से जिला अस्पताल भेजा गया है।कोतवाली क्षेत्र के गाँव मुर्गहा निवासी श्रीपाल ने बताया कि रविवार शाम उसकी आठ साल की बेटी रूमा अपने छ: साल के चचेरे भाई विक्रांत के साथ गांव के उत्तर अपने मवेशी चरा रही थी। तभी वहां से गांव का ही एक युवक सुशील कुमार निकला। उसने सड़क किनारे खड़े छह साल के विक्रांत को उठाकर सड़क पर पटकना शुरू कर दिया। इससे उसके सिर में चोटें आईं। यह देखकर रूमा चिल्लाने लगी। इस पर सुशील ने विक्रांत को छोड़कर रूमा को पीटना शुरू कर दिया। रूमा के सिर, नाक, मुंह से खून निकलने लगा। इसी बीच वहां से निकले राकेश ने रूमा को बचाने की कोशिश की लेकिन सुशील के आगे उसकी न चली। उसने शोर करके गांव वालों को बुला लिया। खबर पाकर रूमा और विक्रांत के घरवाले व गांव के लोग पहुंच गये तब तक रूमा बेहोश हो चुकी थी। ग्रामीणों को देखकर सुशील वहां से खेतों में होता हुआ भागने लगा। गाँव वालों ने उसको दौड़ाकर किसी तरह पकड़ लिया और यूपी 100 को सूचना दी। सूचना पर पीआरवी 2896 से दारोगा ज्ञानप्रकाश सहित सिपाही मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस को देखते ही आक्रोशित हुए सुशील ने यकायक दारोगा से भिड़ गया और मारपीट करते हुए जब तक वह संभलते, उनका पिस्टल निकालकर उनकी तरफ तान दिया। दरोगा पर पिस्टल तानते देख सिपाही भाग खड़े हुये।ग्रामीण और दारोगा उसको पिस्टल छोड़ देने को कहते रहे। सिपाहियों ने किसी तरह कोतवाली पर सूचना दी। इस पर एसआई नरेंद्र प्रताप, सिपाही रवि पाठक व नीरज चतुर्वेदी आदि पहुंचे। ग्रामीणों संग कोतवाली पुलिस ने सुशील को किसी तरह झांसे में डालकर उससे पिस्टल छीनकर दारोगा को दी और उसे बांधकर कोतवाली लाए। रात तक उसने कोतवाली में इस कदर गदर काटा कि रात 11 बजे पुलिस उसको फिर उसके घर छोड़ आयी। जख्मी रूमा और विक्रांत को लेकर कोतवाली पहुंचे श्रीपाल व विक्रांत की मां रूपादेवी की तहरीर पर पुलिस ने दोनों को मेडिकल के लिए सीएचसी भेजा। रूमा के हाथ में फ्रैक्चर होने की आशंका के चलते उसको लखीमपुर भेजा गया है। उधर पीआरवी दारोगा ज्ञानप्रकाश ने अपने साथ मारपीट की घटना से इंकार किया है। इस बावत अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक क्राइम यदुवीर सिंह ने बताया कि सुशील ने बच्चों को पीटा है। उनका मेडिकल कराया गया है। बच्ची रूमा को जिला अस्पताल भेजा गया है। गाँव वालों का कहना है कि सुशील मानसिक रूप से विक्षिप्त है। रूमा के पिता की तहरीर पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीआरवी दारोगा की तरफ से मारपीट या पिस्टल छीनने जैसी कोई सूचना नहीं दी गई है।