मुजफ्फरनगर में एनएच-58 पर बारात की बस कार से टकराकर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई। हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 20 बराती घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से बस के अंदर से घायलों को बाहर निकला और अस्पताल में भर्ती कराया। खतौली के शुगर मिल के कर्मचारी राजेश नागर के पुत्र की बरात बृहस्पतिवार को दिल्ली में छतरपुर गई थी। शुक्रवार को बारात विदा होकर लौट रही थी। बस में करीब 22 बराती सवार थे। जिनमें महिलाएं, बच्चे भी शामिल थे। पूर्वाह्न 11 बजे के करीब नेशनल हाइवे पर भंगेला पुलिस चौकी से पहले बॉर्डर के पास बस पहुंची।
इसी दौरान मुजफ्फरनगर की ओर से मेरठ की ओर जा रही कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़कर दूसरी साइड में बस के सामने आ गई। जिससे बस की कार में जबरदस्त टक्कर हो गई। इस दौरान टक्कर लगते ही बस भी अनियंत्रित होकर सड़क किनारे जा पलटी। जिसके बाद बस में चीख पुकार मच र्गई। सूचना मिलने पर तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों की मदद से बस के अंदर से घायलों को बमुश्किल बाहर निकाला। बस पलटने से सहारनपुर निवासी रेखा नागर (55) पत्नी सतीश नागर की मौके पर मौत हो गई थी। पुलिस ने बस में फंसे महिला के शव को बाहर निकाला।
बस में सवार खतौली के फलावदा रोड निवासी पंकज, मिल कर्मचारी श्रीराम नागर, दूल्हे की बुआ राजबाला, गुजरात निवासी त्रिलोकीनाथ, उसकी पत्नी सविता, गाजियाबाद निवासी रितु नागर पत्नी अनिल, बेटा आयुष के अलावा आशीष, सुनील, गांव शेखपुरा निवासी सचिन, भूड़ निवासी फोटोग्राफर अरविंद समेत 20 बराती घायल हो गए। पुलिस ने सभी घायलों को हाइवे पर स्थित सेंट फ्रांसिस हॉस्पिटल में भर्ती कराया। हादसे के दौरान कार चालक फरार हो गया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूचना मिलने पर सीओ डॉ. राजीव कुमार सिंह, इंस्पेक्टर अंबिका प्रसाद भारद्वाज भी मौके पर पहुंच गए थे।
लोग मदद करने को दौड़ पड़े
हाइवे पर पलक झपकते ही बस कार से टकराई और सीधे सड़क किनारे पलटी। जिसके बाद बस में सवार महिलाओं और बच्चों की चीख पुकार मच गई। जिनकी आवाज सुनकर राहगीर और आसपास मौजूद लोग मदद करने के लिए दौड़ पड़े थे। पुलिस के पहुंचने से पूर्व लोगों ने कई घायल महिलाओं समेत बारातियों को बाहर निकलकर एंबुलेंस से हॉस्पिटल भेजा।
हाइवे पर हो सकता था बड़ा हादसा
बस जिस वक्त कार से टकराई उस वक्त पीछे से कोई भारी वाहन नहीं आ रहा था। अगर भारी वाहन आ जाता तो पीछे से उसकी टक्कर बस में लगना निश्चित थी। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई भारी वाहन पीछे से नहीं आ रहा था। ऐसे स्थिति में हाइवे पर बड़ा हादसा भी हो सकता था।
फोन पर सुरक्षित होने की खबर दी
हॉस्पिटल में उपचार कराने के बाद भी महिलाएं कांप रही थीं। शादी समारोह में गुजरात, सहारनपुर और गाजियाबाद से मेहमान आए हुए थे। जिनमें सबसे ज्यादा महिलाओं की संख्या थीं। हॉस्पिटल के अंदर घायल सभी बरातियों ने अपने परिजनों को फोन पर अपने आपको सुरक्षित होने की खबर दी।