हमीरपुर। यूपी में एक दलित को सरकारी हैंडपंप छूना भारी पड़ गया। अपने घर के सामने ही लगे हैडपंप से एक बाल्टी पानी की लेने की कोशिश उसे अपने खून से चुकानी पड़ी। जिले में चिकासी क्षेत्र के रहक गांव में सरकारी हैण्डपंप छू लेने से ऊंची जाति के लोगों ने दलित पर धारदार हथियार कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे उसका सिर फट गया। घटना को अंजाम देने के बाद दबंगों ने एलान किया कि यदि किसी ने भी इस हैण्डपंप से पानी भरने का दुस्साहस किया तो उसका भी ऐसा ही हाल होगा। खून से लथपथ दलित को सरकारी हास्पिटल में भर्ती कराया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, गोली अहिरवार (55) के घर के सामने सरकारी हैण्डपंप लगा है। उसने जैसे ही एक बाल्टी पानी भरने के लिये सरकारी हैण्डपंप को छुआ तो पड़ोस के ही हल्के सिंह ठाकुर ने अन्य के साथ उसे वहीं रोक दिया। बात बढ़ी तो दबंग ने दलित पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। कुल्हाड़ी का वार लगते ही दलित के सिर खून की धारा निकल पड़ी, जिसमें उसका पूरा कुर्ता भीग गया। घटना के बाद हमलावर धमकी देते भाग गये। खून से लथपथ दलित को चिकासी थाने ले जाया गया जहां पुलिस ने तहरीर लेने के बाद इलाज के लिये उसे राठ सीएचसी भेजा गया।
डॉक्टरों ने भी नहीं सुना
घायल दलित होमगार्ड के एक जवान के साथ सदर अस्पताल पहुंचा, जहां उसे जख्मी हालत में घंटों इधर-उधर भटकना पड़ा। इमरजेंसी के डॉक्टर विवेक कुमार ने दलित को देखने के बाद कहा कि डॉ. आरजी शंखवार ही इसके सिर की चोटों की डॉक्टरी करेंगे।
पीड़ित का बयान
घायल दलित का कहना है कि सरकारी हैण्डपंप उनके दरवाजे पर लगा है, जहां पीने का पानी लेने से पूर्व प्रधान के ठाकुर भाई ने मना कर दिया। उसने कहा कि जैसे ही हैण्डपंप को छुआ तो उसने सिर पर कुल्हाड़ी से कई वार कर दिये और कहा कि हैण्डपंप छूत करने की कैसी हिम्मत की।
पुलिस का बयान
चिकासी के इंसपेक्टर सीएस चौधरी का कहना है कि हैण्डपंप में पानी भरने के दौरान दलित को कुल्हाड़ी से मारी गयी थी। मामला दर्ज कर घायल को मेडिकल के लिये हमीरपुर भेजा गया है। उनका कहना है कि यह झगड़ा सिर्फ पीने के पानी के लिये हुआ है।