नई दिल्ली, एजेंसी। शादी के 16 दिन बाद दहेज के लिए एक और बेटी को मार दिया गया। सात मई को खेड़ी महम की बेटी की शादी हिसार जिले के खोखा गांव में हुई थी। पति ग्वालियर में एजी ऑफिस में कार्यरत है। दहेज में कार की मांग के चलते पति आए दिन उसे प्रताड़ित करने लगा। 23 मई को ग्वालियर से बेटी की मौत की सूचना मिली। ग्वालियर में ही ससुराल पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अब खेड़ी गांव के ग्रामीण सोमवार को डीएसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग की है।
खेड़ी महम की रहने वाली अनीता ने बीए एमए किया हुआ था। सात मई को उसकी शादी हिसार जिले के खोखा गांव के युवक भीमसेन से हुई। भीमसेन ग्वालियर में एजी ऑफिस में कार्यरत है। पांच दिन बीतने के बाद अनीता ने मायके में फोन से जानकारी दी कि उसका पति नशे का आदी है। दहेज के लिए प्रताड़ित करता है। परिजनों को बताया कि कार न मिलने की वजह से आए दिन उसे पीटता भी है। उसके बाद वह मायके चली आई। अनीता के भाई जयबीर ने बताया कि जब वह दोबारा ससुराल गई तो भीमसेन अनीता को अपने साथ ग्वालियर ले गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि सरकारी नौकरी होने के कारण भीमसेन अनीता को पीटता और कहता कि उसे शादी में कार क्यों नहीं दी गई। जयबीर का आरोप है कि बहन अनीता ने फोन पर बताया था कि भीमसेन उसे बिजली के तारों से करंट लगाता है।
23 मई को अनीता की मौत की सूचना मिली। जयबीर का आरोप है कि अनीता को मारा गया है। मामला ग्वालियर का होने के कारण एफआईआर भी वहीं दर्ज है। सोमवार को खेड़ी गांव से कई महिला और पुरुष डीएसपी महम से मिलने पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई। डीएसपी रविंद्र सिंह तोमर ने कहा कि यह ग्वालियर का मामला है। इस दौरान सरपंच संजय उर्फ मंजे खेड़ी, पूर्व ब्लॉक चेयरमैन अजीत सिंह, सोमबीर, जयबीर, काला भी डीएसपी से मिलने पहुंचे।