प्रतीकात्मक चित्र:न्यूड वन इंडिया
कर्नाटक पुलिस ने दक्षिण कन्नड़ जिले के विट्टलपदनूर से गाय के दो तस्करों को गिरफ्तार किया है जिनमें से एक गौ तस्करी और गोहत्या के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने वाली देशभक्त और गोभक्त संस्था बजरंग दल का कार्यकर्ता है. जनसत्ता तथा स्थानीय अख़बारों में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार बीते गुरुवार की सुबह बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद ने गौ तस्करी और गोहत्या के खिलाफ पूरे इलाके में जुलूस निकला था और पुलिस को इस मामले में कार्रवाई करने का आह्वान किया था तथा मुस्लिम लोगों से भी इसमें सहयोग की अपील की थी.
उसी दिन रात में 11 बजे पुलिस अधिकारीयों ने एक संदिग्ध ट्रक को पकड़ा जिसमें चार गायों और एक बछड़े को ले जाया जा रहा था. घटना स्थल से पुलिस ने 48 वर्षीय शशिकुमार और 21 वर्षीय अब्दुल हरीश को गिरफ्तार किया. द न्यूज़ मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि शशिकुमार का संबंध स्थानीय बजरंग दल हिंदूवादी संस्था से है जिसे हाल ही में अमेरिका ने उग्रवादी संगठन घोषित किया है. अब्दुल हरीश का भी गौ तस्करी से पुराना संबंध बताया गया है. दोनों आरोपियों के खिलाफ पशु अधिनियम और गोवध रोकथाम अधिनियम के उचित धाराओं तथा आईपीसी की धारा 379 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
पिछले दिनों अलवर में हुई रकबर की हत्या के बाद भी एनडीटीवी ने खुलासा किया था कि इलाके में गौ तस्करी के लिए हिंदूवादी संगठन के लोग पैसा लेते हैं जिससे बचने के लिए ही रकबर रात के समय गायों को ले कर जा रहा था. उसके पड़ोसियों ने मीडिया केमरे के सामने बताया था कि यदि रकबर पैसे अदा कर के गायों को लाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी. कुल मिला कर अब यह स्पष्ट हो गया है कि पैसे के लिए यह सब ड्रामा किया जा रहा है किसी को गाय की चिंता नहीं है इसलिए अब इस ड्रामे को बंद किया जाना चाहिए ताकि निर्दोष लोगों को पैसे के लिए अपनी जान नहीं गंवानी पड़े.