नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में 70 स्वतंत्रता सेनानियों के साथ अंग्रेजों से लोहा लेने वाले टीपू सुल्तान की पोट्रेट लगाने पर बवाल मच गया है। भाजपा विधायक ओपी शर्मा ने इसका विरोध करते हुए टीपू सुल्तान को विवादास्पद व्यक्ति करार दिया है। जबकि विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा परिसर में टीपू का पोट्रेट लगाने का बचाव किया है।
वहीं शर्मा ने इसे मुद्दा बनाते हुए विधानसभा परिसर से टीपू की पोट्रेट हटाने की मांग की है। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल की सहमति से शहीद स्मृति चेतना समिति ने 70 सदस्यों वाली विधानसभा में 70 जाने-अनजाने स्वतंत्रता सेनानियों के पोट्रेट विधानसभा परिसर में लगाए हैं। लेकिन लोकार्पण के एक दिन पहले ही भाजपा विधायक ओपी शर्मा ने टीपू सुल्तान की पोट्रेट विधानसभा परिसर में लगाने पर मोर्चा खोल दिया। उन्होंने टीपू की पोट्रेट को हटाने की जोरदार मांग की है।
बता दें कि जिन 70 स्वतंत्रता सेनानियों के पोट्रेट लगाए गए हैं उसमें कई ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हैं जिनके बारे में न लोगों ने सुना है और न ही पढ़ा है। दिल्ली के ही करीब 7 ऐसे स्वतंत्रता सेनानी हैं जिनके बारे में दिल्लीवासी ही कुछ नहीं जानते। स्वतंत्रता सेनानियों की पोट्रेट के साथ उनका संक्षिप्त इतिहास भी दिया गया है। इसमें 1760 से लेकर 1947 तक के 70 स्वतंत्रता सेनानियों का चयन किया गया है।
70 में इनके भी पोट्रेट
सुभद्रा कुमारी चौहान,बहन सत्यवती, राजेंद्रनाथ लहरी,दुर्गा भाभी,स्वामी श्रद्धानंद,भाई परमानंद,मन्मतनाथ,करतार सिंह,खान अब्दुल गफ्फार खान,अशफाकुल् लाह खान,लाला देशबंधु गुप्ता,नेताजी सुभाषचंद्र बोस,डॉ.राजेंद्र प्रसाद,सरदार बल् लभभाई पटेल,पुरूषोत्तम दास टंडन,रोशन सिंह,मास्टर अमीरचंद,भाई बालमुकुंद,बसंत कुमार बिश्वास,बुटकेश्वरदत्त, फतेह अली टीपू व तिलका मांझी आदि।
महान स्वतंत्रता सेनानियों के बीच टीपू सुल्तान का फोटो लगाने का कोई मतलब नहीं। टीपू सुल्तान विवादास्पद व्यक्ति है। उसकी पोट्रेट लक्ष्मीबाई व भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के साथ नहीं लगाई जानी चाहिए। विधानसभा में बेहद गलत काम हुए हैं। जब तक टीपू की पोट्रेट हटा नहीं दी जाती, हम विरोध करते रहेंगे। ओपी शर्मा,विधायक,भाजपा
टीपू सुल्तान अंग्रेजों के साथ लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। स्वतंत्रता सेनानियों की तरह टीपू ने भी मरते दम तक अंग्रेजों का विरोध किया। इसकी कीमत उन्हें अपनी प्राण देकर चुकानी पड़ी। इसलिए विधानसभा परिसर में उनकी पोट्रेट को जगह दी गई है। रामनिवास गोयल,अध्यक्ष,दिल्ली विधानसभा
धर्म के नाम पर लड़ाने की हो रही साजिश: केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि देश में धर्म और जाति के नाम पर लड़ाने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि देश में कुछ ऐसी शक्तियां हैं जो एक-दूसरे को लड़ाने में अपना लाभ देख रही है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर विधानसभा परिसर में शहीद स्मृति दीर्घा का उद्घाटन करते हुए कहा कि ऐसे तत्वों को स्वतंत्रता सेनानियों से सबक लेनी चाहिए। क्योंकि उन्होंने जाति व धर्म के नाम पर नहीं देश के लिए लड़ाई लड़ी।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे। केजरीवाल ने कहा कि आजादी पाना मुश्किल था लेकिन मौजूदा घटनाओं से आजादी को बनाए रखना मुश्किल हो रहा है। धर्म और जाति के नाम पर अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए कुछ ताकतें आपस में एक-दूसरे को लड़ाने का काम कर रही हैं।