नई दिल्ली , एजेंसी । गूगल ने हाल ही में अपने वार्षिक आई/ओ डेवलपर कॉन्फ्रेंस में नए एंड्रॉयड के नए वर्जन एंड्रॉयड ओ और एंड्रॉयड गो की घोषणा की है। वैसे एंड्रॉयड ओ और एंड्रॉयड गो दो अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं हैं, बल्कि दोनों एक ही है। फर्क सिर्फ इतना है कि एंड्रॉयड ओ महंगे स्मार्टफोन के लिए होगा और एंड्रॉयड गो सस्ते और कम रैम वाले स्मार्टफोन के लिए होगा।
क्या है एंड्रॉयड गो और क्या होंगे इसके फायदे ?
एंड्रॉयड गो, एंड्रॉयड ओ का ही हल्का वर्जन है जो कि कम रैम वाले स्मार्टफोन या एंट्री लेवल स्मार्टफोन के लिए है। एंड्रॉयड ओ एंड्रॉयड का नूगट 7.0 के बाद आने वाला नया वर्जन है। एंड्रॉयड गो 512 एमबी रैम वाले स्मार्टफोन में भी एंड्रॉयड गो सपोर्ट करेगा।
इसे लेकर गूगल का दावा है कि यह सस्ते स्मार्टफोन में आसानी से चलेगा, यूजर्स को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। एंड्रॉयड गो लेकर कहा जा रहा है कि भारत में दीवाली तक लॉन्च होने वाले स्मार्टफोन में यह ऑपरेटिंग सिस्टम मिलेगा।
एंड्रॉयड गो के फायदे और खासियत
इस ऑपरेटिंग सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा ये होगा आपके स्मार्टफोन की बैटरी लाइप लंबी हो जाएगी। चाहे फोन में कम एमएएच वाली बैटरी ही क्यों ना हो। इसके अलावा इस वर्जन के हिसाब से मोबाइल ऐप को भी ऑप्टिमाइज किया जाएगा। इसके बाद ऐप की साइज कम हो जाएगी। ऐप की अधिकतम साइज 10 एमबी तक हो सकती है। एंड्रॉयड गो वही सभी फीचर्स मिलेंगे जो एंड्रॉयड ओ में हैं। साथ ही मोबाइल इंटरनेट डाटा की भारी बचत भी होगी।