बर्लिन। जर्मनी में नयी सरकार के गठन के लिए गठबंधन को लेकर चल रही वार्ता टूट जाने के बाद देश की आधी आबादी फिर से चुनाव कराने के पक्ष में है जिससे देश में एक बार फिर सियासी संकट गहराता दिख रहा है।
49.9% लोग फिर से चुनाव कराने के पक्ष में
आईएनएसए की ओर से बिल्ड डेली अखबार के लिए किये सर्वे के मुताबिक 49.9% लोग फिर से चुनाव कराने के पक्ष में हैं। 48.5 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सेंटर-लेफ्ट सोशल डेमोक्रेटिक (SPD) सरकार बनाने के लिए गठबंधन करने से इन्कार करके सही किया है जबकि 18 प्रतिशत गठबंधन के पक्ष में है।
वार्ता की विफलता के लिए कई लोग जिम्मेदार
सर्वे में बताया गया कि गठबंधन के लिए की जाने वाली वार्ता की विफलता के लिए 28 प्रतिशत लोगों ने एफडीपी के नेता क्रिश्चियन लिंडनर को जिम्मेदार ठहराया जबकि 27 प्रतिशत लोगों ने चांसलर एंजेला मर्केल को तथा 13 फीसदी लोगों ने ग्रीन्स के नात सेम ओजडेमियर को जिम्मेदार ठहराया है। सर्वे में10 में से 4 लोगों ने कहा कि अगर चुनाव कराये गये तो सुश्री मर्केल फिर से चांसलर बनेंगी जबकि 24 प्रतिशत ने क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स को बताया।
सुश्री मर्केल बातचीत टूट जाने का दुख है
सुश्री मर्केल की पार्टी गठबंधन सीडीयू/सीएसयू ने इसी साल सितंबर में हुए चुनावों में सबसे अधिक वोट हासिल किए थे लेकिन बहुमत नहीं मिला था। सरकार बनाने लिए गठबंधन के लिए लंबी बातचीत असफल रही। सुश्री मर्केल ने हालांकि कहा कि उन्हें गठबंधन को लेकर बातचीत टूट जाने का दुख है।