आगरा। नगर निकाय चुनाव में एक ओर जहां लाखों रुपये फूंक कर प्रत्याशी अपना दम खम दिखाते हैं। वहीं दूसरी ओर आगरा में दयालबाग नगर पंचायत ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जिसे तोड़ पाना किसी भी नगर पंचायत के लिए खासा मुश्किल होगा। यहां पिछले छह दशकों से एक परम्परा सी चली आ रही है। स्थानीय निकाय चुनाव 2017 में बार फिर से इसी परंपरा का निर्वाहन किया गया। नगर पंचायत अध्यक्ष का निर्विरोध चुनीं गईं और वहीं दस सदस्य भी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।
डॉ.गुर प्यारी को चुना गया दयालबाग नगर अध्यक्ष
दयालबाग नगर पंचायत में डॉ.गुर प्यारी को नगर अध्यक्ष चुना गया। डॉ.गुर प्यारी मनोविज्ञान में पीएचडी हैंं बता दें कि दयालबाग साल 1957 में टाउनशिप एरिया घोषित किया गया था। यहां पहली बार ही निर्विरोध चुनाव हुआ। इसके बाद नगर पंचायत में ये शामिल हुआ। साल 1992 में नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए जो चुनाव हुआ वो भी निर्विरोध अध्यक्ष चुनकर संपन्न हुआ। एक परम्परा सी बन गई कि निर्विरोध अध्यक्ष चुना जाए। इसके बाद अब तक हुए चुनावों में सभी अध्यक्ष निर्विरोध ही चुने गए हैं। चुनाव में इस बार दो प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे लेकिन, एक प्रत्याशी ने नाम वापस ले लिया। इसके बाद डॉ.गुर प्यारी को अध्यक्ष चुना गया।
पार्षद भी चुने गए निर्विरोध
वहीं दस वार्डों वाली दयालबाग नगर पंचायत में हर वार्ड से दो दो पार्षद प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। लेकिन नाम वापसी की अंतिम तारीख को उन्होंने अपने नाम वापल ले लिए। इस तरह वहां सभी दस पार्षद निर्विरोध चुन लिए गए। एसडीएम श्यामलता आनंद ने सदर तहसील में इन सभी को प्रमाण पत्र दिए हैं। बता दें कि आगरा में नगर निगम चुनाव में आगरा के लिए 12.52 लाख मतदाता हैं वहीं दयालबाग नगर पंचायत में मतदाताओं की संख्या दो हजार से भी कम है।