आगरा। उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव 2017 के अंतर्गत आगरा में 22 नवम्बर को मतदान हो चुका है। यहां मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से हुआ है। ये ईवीएम आगरा-कानपुर रोड स्थित मंडी समिति में बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखी हुई हैं। नगर पंचायत और नगर पालिका परिषद में मतदान मतपत्र से हुआ है। इन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और मतपत्रों को छोटे से जीव यानी चूहों और दीमक से बड़ा खतरा है। जिला प्रशासन सुरक्षा को लेकर आशंकित है। सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं।
मंडी समिति में चूहों का राज
मंडी समिति में 27 स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं। स्ट्रांग रूम की चाबी कलक्ट्रेट के मुख्य कोषागार में रखी हुई है। स्ट्रांग रूम पर सील है। अब ये सील एक दिसम्बर, 2017 को मतगणना वाले दिन सुबह आठ बजे खुलेगी। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को इस समय खतरा है तो चूहों से। मंडी समिति में यत्र तत्र सर्वत्र चूहे हैं। कोई खाद्य पदार्थ दिख जाए, कुछ ही देर में साफ हो जाता है। अगर स्ट्रांग रूप में चूहों का प्रवेश हो गया तो इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का सुरक्षित रह पाना मुश्किल है। भले ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को नुकसान न पहुंचाएं, लेकिन मशीन पर लगी सील को नुकसान पहुंचा तो जिला प्रशासन की विश्वसनीयता खतरे में पड़ जाएगी। ऐसे में सुरक्षा में तैनात जवानों से कहा गया है कि स्ट्रांग रूम के आसपास खाने की चीजें न फेंकें। खद्य पदार्थ दिखाई दिया तो चूहे अंदर भी प्रवेश कर सकते हैं।
क्या कर रहा प्रशासन
चूहों से खतरे की आशंका के चलते जिला प्रशासन ने स्ट्रांग रूम के आसपास दवा का छिड़काव कराया है। यह दवा चूहों को भगाने का काम करती है। मंडी समिति में दीपक का भी प्रकोप है। पंचायत चुनाव में दीमकों ने मतपत्रों को नुकसान पहुंचाया था। इसके चलते जिला प्रशासन ने दीमक का ट्रीटमेंट किया है। दवा छिड़काव के बाद कहा जा रहा है कि अब कोई समस्या नहीं रहेगी।