दीपक ठाकुर लखनऊ:NOI।
सरकारी सुविधा सीधे जनता तक कैसे पहुंचे इसलिए सरकार ने अपने ज़रूरी कार्यालयों का कैम्प कार्यालय खोला और उसे आपके बेहद करीब स्थापित भी कर दिया ताकि आप अपनी समस्या सीधे कैम्प कार्यालय में दे और समस्या से छुटकारा पाएं।लेकिन कैम्प कार्यालय में जो अधिकारी और कर्मचारी बैठते है वो अपने काम के प्रति कितने सजग हैं इसका उदाहरण आपको जलकल विभाग जोन-6 में देखने को मिल जाएगा क्योंकि वहां पानी से लेकर सीवर चोक तक कि समस्या पर भी वहां के जेई साहब कोई कार्यवाही करते नज़र जो नही आते कार्यवाही तो छोड़िए साहब ना ही कैम्प कार्यालय में समय से आते हैं और ना ही किसी का फोन तक उठाते हैं।
अभी बीते चार दिनों से जोन छह के नानक नगर मोहल्ले में सरकारी ट्यूबवेल की मोटर फुक गई जिससे लोगों को साफ पानी मिलना बंद हो गया जिससे दिक्कत ये आने लगी कि पानी पीने और नहाने धोने को वहां के लोग तरस गए।सूचना जेई साहब को दी जा चुकी है पर चार दिन बाद भी मोटर ठीक किये जाने की सुगबुगाहट भी नही होते दिखाई दे रही।
बात हमारी संज्ञान में आई तो हमने पहले जेई साहब को फोन मिलाया पर फोन रिसीव ही नही किया गया फिर हमने कैम्प कार्यालय का रुख किया तो देखा कि जेई साहब आफिस में नही थे वहां मौजूद कर्मचारी चाय की चुस्की लेने में बिजी थे। हमने उनसे समस्या के बारे में बात की तो उनका कहना था कि जेई साहब से बात कीजिये वही बता पाएंगे क्योंकि उनका कहना है कि तुम लोग अपने काम से मतलब रखो।चलिए सही भी है जेई साहब ही जिम्मेदार व्यक्ति हैं जो समस्या से निदान दिला सकते है पर सवाल यही है कि अपनी ज़िम्मेवारी से भाग कर कैसे समस्या हल की जाएगी इतने दिन से हालात से वाकिफ होने के बाद भी क्यों नही चालू हुई मोटर और क्यों जाम पड़ा है सीवर बताएंगे ज़िम्मेदार जेई साहब।इससे पहले की जनता आक्रोशित हो जाये कुछ कीजिये उनको उनकी मूलभूत सुविधाओं से वंचित ना कीजिये।