नगर पालिका अध्यक्ष की कोशिशें लायी रंग,शहर जगमगाया दूधिया रोशनी से…….
बहराइच :(अब्दुल अजीज)NOI:-बिजली की बढ़ती किल्लत और बढ़ती मंहगाई को ध्यान में रखते हुए बिजली की बचत करने के मकसद से स्थानीय नगर पालिका प्रशासन ने पालिका अध्यक्षा रुबीना रेहान के नेतृत्व में एक प्रस्ताव पास कर शहर में जल रही स्ट्रीट लाइटों को एल ई डी स्ट्रीट लाइट में बदलने का प्रस्ताव शासन को भेजा था जिसके तहत बहराइच नगर पालिका को 5500 एल ई डी लाइटों को लगाने की संतुति प्राप्त हुई है।इस आशय की जानकारी देते हुये पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि व पूर्व चेयरमैन हाजी रेहान ने बताया कि शहर की लचर विद्युत व्यवस्था को सुधारने और सरकार की मंशा के अनुरूप बिजली बचाने के मकसद से पालिका क्षेत्र में लगी मास्क लाइट व अन्य स्ट्रीट लाइटों को बदलवाने की कार्य योजना तैयार कर उसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया था जिसके तहत शहर में 6000 लाइटों के लगाने की मांग की गई थी लेकिन ये प्रस्ताव शासन में बीते लम्बे समय तक पेंडिंग पड़ा रहा और अन्तोगत्वा 8 महीने की उनकी कोशिशों के बाद शासन स्तर से बहराइच शहर में एल ई डी स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए एक कम्पनी को ठेका दे दिया गया जिसमें उन्हें मात्र 5400 लाइटें उपलब्ध कराई जानी हैं जो सम्बंधित ठेकेदार द्वारा स्वयं लगवाया जाना है और बाकी 600 लाइटें पालिका ने अपने पैसों से क्रय कर लगवाने की योजना को अमली जामा पहनाया है,वही दूसरी तरफ शासन से उपलब्ध एल ई डी की पहली खेप बहराइच पहुंच गई है जिससे शहर के प्रमुख बाज़ार से लेकर शहर की गली कूचों में पहले से लगी स्ट्रीट लाइटों को उतरवा कर उनके स्थान पर इन एल ई डी को लगवाया जा रहा है।शहर में लग रही इन दूधिया एल ई डी के लगने से शहर जगमगा उठा है।पहली खेप में करीब 1200 लाइटें लग गयी हैं और बाकी और भी लगने वाली हैं।शहर के सुन्दरीकरण के नाम पर शहर को दूधिया रोशनी ने तब्दील करने के लिये एक ओर जहां प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपये के बजट की व्यवस्था कर उस पर काम शुरू कर दिया है वही बहराइच शहर का दिल कहा जाने वाला घण्टा घर पार्क जो अव्यवस्था का शिकार को अपने स्तित्व को खोने लगा था,उसके सुन्दरीकरण के लिये प्रस्तावित 42 लाख रुपया स्थानीय नगर पालिका को नही मिल पाया है जिसके परिणामस्वरूप उसका सुन्दरीकरण अधर में लटका हुआ है।इस सम्बंध में जब अध्यक्ष प्रतिनिधि से जानकारी हासिल की गई तो उन्होंने बताया कि शासन की ओर से जैसे जैसे पैसा मिल रहा है उसी के आधार पर सम्बंधित ठेकेदार काम करवा रहा है,ऐसे में कार्य के पूरा होने में हो रही विलम्ब से अब तक हुआ कार्य भी प्रभावित और खराब होता दिखाई दे रहा है और इस तरह सरकार की दोहरी मानसिकता से जनता में असंतोष भी पनपता दिखा देने लगा है।