नानपारा बहराइच । (सरफराज अहमद)
जनकल्याण विकास संस्थान की ओर से सामाजिक कार्यकर्ता डाॅ0 शकील अंसारी के कवी नगर स्थित आवासीय कार्यालय पर आवष्यक बैठक करके मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेष को संबोधित मांग पत्र क्षेत्रीय विधायक माधुरी वर्मा को दिया गया, जिसमें नानपारा को जिला बनाए जाने संबंधी मांग की गयी। बहराइच एवं लखीमपुर के मध्य नेपाल सीमावर्ती तहसील नानपारा को जिला बनाए जाने के संबंध में नानपारा वासियांे की तरफ से क्षेत्रीय संस्था जे0वी0एस0 ने मुख्यमंत्री उ0प्र0 को मांग पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि तहसील नानपारा 1910 में स्थापित प्रदेष की सबसे पुरानी तहसील है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार इसकी आबादी 1273957 है जो अब लगभग 15 लाख है। इसका क्षेत्रफल 1711.6 वर्ग किमी, साक्षरता 49.2 प्रतिषत, 419 राजस्व ग्राम, 8 वनग्राम, 5 ब्लाॅक, 11 थाने, नानपारा जंक्षन सहित 12 रेलवे स्टेषन, तथा 3 विधान सभा क्षेत्र आते हैं। जबकि पूर्व में बनाये गए कई जिलों जैसे महोबा, चित्रकूट, हमीरपुर, श्रावस्ती, बागपत, ललितपुर, शामली, औरैया, कन्नौज की तुलना में नानपारा तहसील का मानक जिले के लिए पर्याप्त है। इसके पूर्व जेवीएस द्वारा पिछले कई सालों मेे जिला बनाने सम्बन्धी मांगपत्र मुख्यमंत्री जी को प्रेषित किया गया जिसमें तहसीलवासियों ने समर्थन में लगभग डेढ़ लाख हस्ताक्षर किये। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री कार्यालय को संस्था के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा मानक सम्बन्धी तुल्नात्मक परिपत्र प्रमुख सचिव राजस्व को सौंपा गया फिर भी मिहींपुरवा को नई तहसील सर्जित कर दिया गया। मांग पत्र में मिहींपुरवा, महसी और नानपारा को सम्मिलित कर जिला बनाये जाने का अनुरोध किया गया। बैठक के समय डाॅ0 शकील अंसारी, केषव पाण्डेय, एपी श्रीवास्तव, नीरज शर्मा, दिनेष ष्षाह, अभय मदेषिया, पवन तुल्स्यान, पंकज जायसवाल और अख्तर हुसैन सहित तमाम क्षेत्रवासी मौजूद थे।