नई दिल्ली
निदाहास ट्रोफी के छठे और अंतिम लीग मैच में बांग्लादेश की टीम ने अंपायर के एक निर्णय के खिलाफ जिस प्रकार का व्यवहार अपनाया उसकी कड़ी ओर आलोचना हो रही है। श्री लंका के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या ने भी बांग्लादेशी टीम के इस व्यवहार पर कड़ा विरोध जताया है। जयसूर्या ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट टि्वटर पर बांग्लादेश की टीम के व्यवहार को ‘थर्ड क्लास’ करार दे दिया। हालांकि बाद में इस दिग्गज बल्लेबाज ने अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया।
अपने इस ट्वीट में जयसूर्या ने मैच के बाद कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में बांग्लादेशी ड्रेसिंग रूम में मची तोड़फोड़ की दो तस्वीरें भी पोस्ट कीं। इन तस्वीरों के साथ जयसूर्या ने लिखा, ‘श्री लंका के खिलाफ खेले गए मैच के उत्तेजित नतीजे के बाद बांग्लादेशी टीम के सेलिब्रेशन के दौरान ड्रेसिंग रूम का दरवाजा चूर-चूर कर दिया गया। तीसरे दर्जे का व्यवहार।’
सीसीटीवी फुटेज की पूरी जांच होनी अभी बाकी है लेकिन बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने नुकसान की भरपाई करने की बात कही है। वहीं बांगलादेश क्रिकेट टीम के कप्तान शाकिब अल हसन ने मैच के बाद कहा, ‘मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता लेकिन स्क्वेअर लेग अंपायर ने नो-बॉल दी थी लेकिन बाद में उसे कैंसल कर दिया गया।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह सही फैसला था। मुझे नहीं पता कि पहली बाउंसर बॉल के बाद क्या हुआ लेकिन दूसरी बॉल को अंपायर ने नो-बॉल कहा था। हम सब इनसान हैं, हमें सबको अब इस बात से आगे बढ़ना चाहिए।’
इस घटना के बाद आईसीसी ने बांग्लादेश के शाकिब अल हसन और नुरुल हसन पर 25 फीसदी मैच फीस और एक डिमैरिट पॉइंट दिया गया है।