बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार की गंगा की सफाई की पहल पर सवाल उठाए थे, इसके बाद नरेंद्र मोदी सरकार हरकत में आई है। जल संसाधन मंत्रालय ने बुधवार को घोषणा की है कि 1050 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट प्राइवेट कंपनियों को दिए गए हैं। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक ये कंपनियां पटना में अगले दो से तीन साल में सीवेज ट्रीटमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर प्लांट लगाएंगी। इस राशि से पटना में दो सिवेज ट्रीटमेंट ट्रिटमेंट प्लांट, पुराने प्लांट की मरम्मत, दो पंपिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके साथ ही पटना में 400 किलोमीटर में अंडरग्राउंड नालियों का जाल बिछाया जाएगा।
बता दें, नीतीश कुमार ने शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार की गंगा सफाई की पहले पर सवाल उठाए थे। मोदी सरकार ने गंगा सफाई के लिए ‘नमामी गंगे’ कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इस प्रोग्राम के तहत नदी के बहाव में बिना किसी रुकावट पैदा किए सफाई करने की बात कही गई थी। इसके साथ ही नीतीश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा था। नीतीश ने कहा था कि लोग गंगा के बेटे को ढूंढ़ रहे हैं।
नीतीश ने कहा था, ‘पीएम कहते हैं मां गंगा ने बुलाया है, लेकिन हम बनारस गए तो लोग कह रहे थे कि गंगा मां खोज रही है, कहां गया मेरा बेटा”। नीतीश कुमार ने यह बातें राजधानी पटना में गंगा की अविरलता के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही थी। दरअसल नीतीश कुमार ने यह बयान देकर पीएम मोदी के गंगा मां वाले बयान पर चुटकी ली है। पीएम मोदी ने 2014 में लोक सभा चुनाव के दौरान बनारस में रैली में यह बात कही थी। पीएम मोदी ने कहा था, ‘मैं यहां आया नहीं हूं बल्कि मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है।’ इसके साथ ही नीतीश कुमार ने कहा था कि गंगा की स्थिति को देखकर तो रोना आता है।
गंगा मां के बयान को लेकर पीएम मोदी पर नीतीश कुमार के अलावा राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव भी निशाना साध चुके हैं। लालू यादव ने कहा था, ‘मोदी ने कहा कि हमको गंगा मां ने बुलाया था। गंगा मां कब बुलाती हैं?’