ट्वीट कर बधाई दी है। साथ ही उन्होंने नोटबंदी के विरोध को विपक्ष की गलती बताया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से गरीबों को राहत मिली है जिसे विपक्ष ने नजरअंदाज किया है। इसी का ये नतीजा है कि यूपी और उत्तराखंड में विपक्षी पार्टियों को हार मिली। हालांकि, उन्होंने बाकी तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने वाली पार्टियों को भी बधाई दी। नीतीश ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के महागठबंधन की तरह यूपी में सपा और कांग्रेस का गठबंधन सफल नहीं रहा।
नीतीश ने अपने संदेश में कहा कि प्रदेश में भाजपा को पिछड़े वर्गों के बड़े तबके ने समर्थन किया है जो कि गैर भाजपाई पार्टियों ने जोड़ने की कोशिश नहीं की। नीतीश ने नोटबंदी का समर्थन करते हुए कहा कि चुनाव में नोटबंदी के विरोध की कोई आवश्यकता नहीं थी, नोटबंदी से गरीबों को राहत मिली और अमीरों को तकलीफ हुई है। चुनावों के वक्त कई पार्टियों ने इस तथ्य की अनदेखी की।
नीतीश कुमार ने बिहार के सरकार में शामिल अपने सहयोगी दल कांग्रेस को भी पंजाब में सरकार बनाने और मणिपुर-गोवा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी है। इसके पहले विधानसभा चुनाव परिणाम पर पूछे जाने के बाद नीतीश कुमार महज मुस्कराकर रह गए थे।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार इससे पहले भी नोटबंदी का समर्थन कर चुके हैं जबकि उन्हीं के सहयोगी लालू प्रसाद यादव इस फैसले का पूरजोर विरोध करते आ रहे हैं। लालू ने मोदी की तुलना ‘अंकल पोड्जर’ से करते हुए कहा था कि मोदी जी देश के अंकल पोड्जर हैं। जो किसी काम को आरंभ करते हैं, लेकिन वो बाद में बिगड़ जाता है। फिर दोष औरों को देते हैं। यह अंकल पोड्जर हर घर में घुसकर सबका नुकसान कर रहा है। फिर भी वो आत्मा मुग्धता का शिकार है कि उससे अच्छा कोई नहीं है। उन्होंने कहा, अंकल पोड्जर” ने एक फोटो टांगने के उद्देश्य से दिवार में एक कील ठोकने के चक्कर में पूरी दिवार में ही छेद कर दिए। फोटो भी टेढ़ी ही टांगी।”